मां वाउचर योजना अंतर्गत सेवाएं देने 35 निजी सोनोग्राफी केंद्रों ने दी सहमति
RNE, BIKANER .
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य वाउचर योजना के अंतर्गत जिले के 35 सोनोग्राफी केंद्र ने योजना अंतर्गत सेवाएं देने के लिए अपनी लिखित सहमति दे दी है। शेष भी आगामी दो दिवस में अपनी सहमति दे देंगे। आगामी दो दिवस में सभी सोनोग्राफी संचालकों के साथ एमओयू भी साइन हो जाएगा।
इस संदर्भ में अतिरिक्त जिला कलेक्टर शहर उम्मेंद सिंह रतनू की अध्यक्षता में जिला कलेक्टर सभागार में सभी रजिस्टर्ड सोनोग्राफी केंद्र संचालकों की बैठक आयोजित की गई। एडीएम सिटी ने जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि के निर्देशानुसार शत प्रतिशत सोनोग्राफी केंद्र संचालकों को योजना से जुड़ने का आह्वान किया तथा आगामी 9 अगस्त से ही गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क सेवा शुरू करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए।
बैठक में संयुक्त निदेशक बीकानेर जॉन डॉ देवेंद्र चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की 100 दिवसीय कार्य योजना तथा बजट घोषणा में शामिल मां वाउचर योजना के डिजिटलीकारण होने के कारण यह बहुत ही सरल और सुगमता से संचालित हो पाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि निशुल्क सोनोग्राफी सेवाएं देने वाले निजी सोनोग्राफी केंद्रों को ऑनलाइन सीधे उनके खाते में ही ₹450 रुपए प्रति सोनोग्राफी की दर से भुगतान कर दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेश गुप्ता ने बताया कि प्रत्येक माह की 9, 18 तथा 27 तारीख को आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के दिन वे सरकारी अस्पताल जहां सोनोग्राफी सुविधा उपलब्ध नहीं है, गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच के बाद ऑनलाइन क्यूआर कोड जनरेट कर मोबाइल पर भेजेंगे जिसके आधार पर वह किसी भी सूचीबद्ध निजी सोनोग्राफी केंद्र पर सोनोग्राफी सेवा ले पाएंगी।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की मंशा है कि प्रत्येक गर्भवती की दूसरी अथवा तीसरी तिमाही में कम से कम एक बार सोनोग्राफी जांच हो जाए ताकि समय रहते हाई रिस्क प्रेगनेंसी को ट्रैक किया जा सके और जच्चा बच्चा सुरक्षित रहे। डॉ गुप्ता ने उपस्थित निजी अस्पतालों तथा स्त्री रोग विशेषज्ञों से आह्वान किया कि वह प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस के दिन दूर दराज के क्षेत्र में निशुल्क सेवाएं प्रदान कर सरकार के मिशन से जुड़े। पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण ने सभी सोनोग्राफी केंद्र संचालकों को योजना के क्रियान्वयन की कार्य विधि बताई तथा भरोसा दिलाया कि इस बेहतरीन योजना से मातृ मृत्यु तथा शिशु मृत्यु दर पर प्रभावी नियंत्रण प्राप्त होगा।
जेएसए मनीष गोस्वामी द्वारा पीसीटीएस, इंपैक्ट और ओजस सॉफ्टवेयर के संयुक्त ऑपरेशन की चरणबद्ध जानकारी दी गई। इस अवसर पर आरसीएचओ डॉ मुकेश जनागल, डीडीडब्ल्यू प्रभारी डॉ नवल किशोर गुप्ता, आईएमए की ओर से डॉ एसएन हर्ष, डॉ हरप्रीत सिंह, डीपीओ सुशील कुमार, नेहा शेखावत, डीपीसी मालकोश आचार्य, दिनेश आचार्य सहित निजी अस्पतालों से जुड़े स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ, निजी सोनोग्राफी केंद्र तथा अस्पताल संचालक मौजूद रहे।