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जमीन घोटाले में ज़िला कलेक्टर का बड़ा एक्शन,कई और अधिकारियों पर भी गिर सकती है गाज

आरएनई,बीकानेर।

बीकानेर के सबसे बड़े जमीन आवंटन फर्जीवाड़े में एक्शन लेते हुए ज़िला कलेक्टर ने 6 सरकारी कर्मचारियों को निलंबित किया है। निलंबित कर्मचारियों में दो गिरदावर व चार पटवारी शामिल हैं।छत्तरगढ़ थाना क्षेत्र में जमीन के फर्जीवाड़े के मामले में आज जिला कलेक्टर द्वारा कार्रवाई करते हुए दो गिरदावर व चार पटवारियों को निलम्बित किया गया है। जानकारी के अनुसार कई और अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है। सूत्रों का कहना है कि अब तक की गई जांच में कई और फर्जीवाड़े के दस्तावेज भी मिले हैं। आज कई खातेदारों के रिकॉर्ड को भी खंगाला गया है। सूत्रों के अनुसार कई खातेदारों के विरुद्ध और मामले दर्ज होंगे।इनको किया निलम्बित

आज जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि द्वारा गिरदावर सुभाष जांगिड़ व सुरेन्द्र गोयल को निलम्बित किया गया है व साथ ही पटवारी अजेंदर सिंह भाटी, अनीता, विकास पुनिया व पेमाराम को भी निलम्बित किया गया है। जिला कलेक्टर द्वारा फर्जीवाड़े में शामिल अधिकारी जो वर्तमान में दूसरे जिलों में पदस्थापित हैं के निलम्बन को लेकर भी अनुशंसा की है।ये हैं पूरा मामला

गौरतलब है की जिले के छतरगढ़ उपखंड में गत पांच साल में छह हजार बीघा जमीन फर्जी लोगों के नाम कर दी गई। इससे सरकारी खजाने को करीब तीन सौ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। फर्जीवाड़े में छत्तरगढ़ में पदस्थापित रहे अधिकांश तहसीलदार, नायब तहसीलदार और पटवारियों की भूमिका रही।एसपी तेजस्वनी गौतम के आदेश पर छत्तरगढ़ की वर्तमान तहसीलदार राजकुमारी की रिपोर्ट पर 19 जनों के खिलाफ नामजद एफआईआर की गई है। इसके साथ ही जमीन खरीदने वाले 52 जनों के खिलाफ भी मामला दर्ज कराया गया है।