धारीवाल ने कहा गुंजल ने मेरे ऊपर जो झूठे आरोप लगाए थे, उसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे
आरएनई,स्टेट ब्यूरो।
पार्टी की एकजुटता दिखाने के लिए बुलाई गई बैठक में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई। मामला कोटा का है। जहां शांतिलाल धारीवाल ने प्रहलाद गुंजल के सामने ये शर्त रख दी की वो मंच पर ये कबूल करे की जो उन्होंने चम्बल रिवर फ्रन्ट को लेकर भ्रष्टाचार और रिवर फ्रन्ट गलत बनने के जो आरोप उन पर लगाए थे वो सब झूठे थे। धारीवाल की इस शर्त पर प्रहलाद गुंजल नाराज हो गए, ओर बैठक छोड़कर चले गए।
जानकारी के अनुसार बैठक में कांग्रेस प्रत्याशी प्रहलाद गुंजल और पूर्व मंत्री व वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल के बीच तीखे शब्द बाण चले। दोनों के समर्थकों ने बैठक के बीच में हंगामा कर एक-दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। कुछ ही देर में माहौल तल्खी में बदल गया। तगड़े विरोध को देखते हुए गुंजल को बैठक छोड़कर जाना पड़ा। इसके बाद धारीवाल भी बैठक से चले गए। गुंजल के कांग्रेस में आने से अंदरखाने चल रही गुटबाजी पार्टी कार्यालय में खुलकर सामने आ गई।
बैठक में गुंजल समेत अन्य पदाधिकारियों का संबोधन पूरा हो गया था और आखिरी में धारीवाल का संबोधन होना था, लेकिन पहले तो धारीवाल ने बैठक में संबोधन से ही इनकार कर दिया। लेकिन कार्यकर्ताओं ने अनुरोध किया की भाईसाहब दो शब्द तो बोलना ही पड़ेगा।
धारीवाल ने माइक संभालते ही कहा कि गुंजल साब ने चम्बल रिवर फ्रन्ट को लेकर भ्रष्टाचार और रिवर फ्रन्ट गलत बनने के जो झूठे आरोप लगाए थे, उसके लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए और कहना चाहिए कि उन्होंने भाजपा में रहते हुए जो आरोप लगाए सब झूठे हैं।