आडवाणी को भारतरत्न सम्मान का क्षण: सोशल मीडिया पर वायरल फोटो-वीडियो पर देशभर से कमेंट
RNE, BIKANER .
राष्ट्रपति के सम्मान को लेकर बार-बार उठाई जा रही बातों के बीच एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। इस बार मुद्दा बन रहा है ‘लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न’ भेंट करने का अवसर।
दरअसल आडवाणी को उनके घर जाकर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने भारत रत्न से नवाजा। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आडवाणी के पास मौजूद रहे। राष्ट्रपति भवन से जो तस्वीरें और वीडियो जारी हुआ है उनमें से एक में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, आडवाणी और उनके पास मोदी एक साथ दिख रहे हैं।
पास में खड़ी द्रोपदी मुर्मू आडवाणी को मैडल पहनाने के साथ ही सम्मान-पत्र भेंट कर रही है। बात सिर्फ यहां तक नहीं है। सम्मान सौंपने के साथ ही राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और भारत रत्न लालकृष्ण आडवाणी की एक तस्वीर भी सामने आई है। इस तस्वीर में मोदी आडवाणाी के पास बैठे हाथ जोड़कर मुसकुराते दिख रहे हैं। इन दोनों के पास ही राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू खड़ी हैं। ऐसे में सोशल मीडिया पर जहां इसे ‘राष्ट्रपति को सम्मान नहीं देना’ बताया जा रहा है वहीं कांग्रेस ने भी इसे मुद्दा बनाया है।
कांग्रेस, अखिलेश सहित पूरा विपक्ष हमलावर :
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि यह हमारी राष्ट्रपति महोदया का घोर अपमान है। प्रधानमंत्री को अवश्य खड़ा होना चाहिए था। अपनी बात को साबित करने के लिए उन्होंने दो तस्वीरें भी लगाईं। तस्वीरों से बताया गया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जब आडवाणी को सम्मानित कर रही थीं तब पीएम मोदी अपनी कुर्सी पर बैठे थे। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक हैंडल से लिखा कि ‘देश की महामहिम राष्ट्रपति खड़ी हैं और मोदी बैठे हैं।’ एक बार फिर मोदी ने जानबूझकर आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान किया है। यह पहली बार नहीं है, जब नई संसद का उद्घाटन हुआ तब उन्हें बुलाया नहीं गया और राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी राष्ट्रपति जी नहीं दिखीं। यह घटनाएं बताती हैं कि पीएम मोदी और बीजेपी की मानसिकता महिला और दलित विरोधी है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि देश की प्रथम नागरिक मतलब महामहिम राष्ट्रपति जी का मान.सम्मान सर्व प्रथम और सर्वोपरि होना चाहिए।कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने निशाना साधते हुए कहा कि तस्वीर में खड़ी हुईं महिला इस देश की प्रथम नागरिक महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी हैं। बैठे लोगों में वयोवृद्ध अडवाणी जी हैं, जिन्हें घर पर भारत रत्न दिया। दूसरे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। यह सिर्फ़ प्रथम आदिवासी महिला राष्ट्रपति का ही अपमान नहीं, सामान्य शिष्टाचार के भी खिलाफ है। यह इज्जत है आदिवासी, वंचित, शोषित समाज की।