नाराजगी: गांववालों का आरोप हमारी समस्या सुनने कोई पार्टी-प्रत्याशी नहीं आता, वोट नहीं करेंगे
- प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे, ग्रामीणों से शुरू हुई बात
RNE, BIKANER .
वोटिंग के प्रति उत्साह के बीच बीकानेर से एक चौंकाने वाली बड़ी खबर भी सामने आई है। यहां के एक गांव में मतदाताओं ने वोटिंग का बहिष्कार कर दिया है।
सुबह से अब तक एक भी वोट नहीं डाला गया है। बूथ पर सन्नाटा पसरा है। इससे इतर गांव के लोग कुछ दूरी पर जमा है।
राजनेताओं से नाराजगी :
दरअसल इस गांव के लोगों का आरोप है कि आधारभूत सुविधाओं के लिये राजनेताओं, जनप्रतिनिधियों को बार-बार कहा जाता है हमारी सुनवाई नहीं होती। समस्याओं को लेकर जाएं तो कहां जाएं। ऐसे में हमने वोट नहीं देने का निर्णय लिया है।
कौनसा गांव, कितने वोट :
दरअसल डाइयां गांव बीकानेर शहर के समीप हैं। यहां के उच्च प्राथमिक विद्यालय में बूथ बना हुआ है। इस बूथ पर कुल 744 वोट हैं। इस मतदान केन्द्र पर मेघवालों का बास, मुख्य गांव चौपाल, तेली बाबा की ढाणी, गांधी चौक आदि इलाकों के मतदाता वोट देते हैं।
प्रशासन में अफरा-तफरी :
वोट बहिष्कार की खबर के साथ ही जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। स्थानीय ग्रामीण अधिकारी जहां मौके पर पहुंचे हैं वहीं जिले के आला अधिकारियों से भी संपर्क साधा जा रहा है। राजनीतिक दलों को भनक लगने के बाद कई नेताओं ने डाइयां गांव का रूख किया है। लोगों की समस्याएं जानने, वोट के लिए प्रेरित करने पर बातचीत हो रही है।