West Bengal : राज्यपाल बोस ने कहा-चुनावी फायदे के लिए बदनाम करने वालों का भगवान भला करे
West Bengal राजभवन में पुलिस की एंट्री पर रोक लगाई
RNE Network.
पश्चिम बंगाल में चौंकाने वाले घटनाक्रम के तहत एक महिला ने राज्यपाल डॉक्टर सी. वी. आनंदबोस के खिलाफ छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए पुलिसथाने में रिपोर्ट दी है। राज्यपाल बो ने आरोपों को नकारते हुए इसे बदनाम करने की साजिश बताया है। कहा, चुनावी फायदे के लिए मुझे बदनाम करने वालों का भगवान भला करे।
राज्यपाल बोस ने राजभवन में पुलिस का प्रवेश प्रतिबंधित करने का भी आदेश दिया है। इसके साथ ही बंगाल सरकार की वित्त राज्यमंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य के भी राजभवन में प्रवेश पर रोक लगाई है। चंद्रिमा भट्टाचार्य के इस मुद्दे पर बयान को संविधान विरोधी बताते हुए अटॉर्नी जनरल से सलाह भी मांगी गई है।
मामला यह है :
गुरुवार रात एक महिला हेयर स्ट्रीट पुलिस थाने पहुंची और आरोप लगाया कि उसके साथ छेड़छाड़ हुई है। बताया गया है कि महिला राजभवन में अस्थायी कर्मचारी के तौर पर काम करती है। पुलिस ने एफआइआर दर्ज नहीं की है लेकिन शिकायत की कॉपी लेकर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिकायत में पीड़िता ने बताया कि वह राजभवन में अस्थायी कर्मचारी हैं। राजभवन में काम करने के दौरान उन्हें विभिन्न तरीके से परेशान किया जाता था। उनके साथ छेड़खानी तक की गई। बाध्य होकर लिखित शिकायत लेकर वह हेयर स्ट्रीट थाने में पहुंची थी।
राज्यपाल का ट्वीट : डरने वाला नहीं, सच्चाई की जीत होगी
दूसरी ओर राजभवन से किए गए ट्वीट में राज्यपाल ने लिखा है, सच्चाई की जीत होगी। मैं डरने वाला नहीं हूं। अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान उनका भला करे लेकिन वे बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते।
राजभवन में पुलिस के प्रवेश पर प्रतिबंध :
राज्यपाल बोस ने राजभवन पुलिस के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया है। कहा है, चुनावों के दौरान राजनीतिक आकाओं को खुश करने के लिए अनधिकृत नाजायज, दिखावटी और प्रेरित ‘जांच’ की आड़ में राजभवन परिसर में पुलिस के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल की मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य पर भी राजभवन में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया। राज्यपाल उस समारोह में भी नहीं जाएंगे जिसमे चंद्रिमा मौजूद होगी।
टीएमसी ने मोर्चा खोला : सांसद सागरिका, शशि पंजा के बयान
तृणमूल कांग्रेस सांसद सागरिका घोष ने महिला के आरोपों को लेकर एक वीडियो बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ एक गंभीर आरोप लगाया गया है। एक महिला जब राजभवन गई तो राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने उनके साथ छेड़छाड़ की, यौन उत्पीड़न किया और गलत व्यवहार किया।
ये गंभीर आरोप तब लग रहे हैं, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता पहुंच रहे हैं। मोदी जी राजभवन में ही ठहरेंगे। क्या मोदी जी राज्यपाल से सफाई मांगेंगे? क्या मोदी जी पूछेंगे कि राजभवन में इस तरह की घटना कैसे घटी?
टीएमसी नेता शशि पंजा ने कहा कि वह यह आरोप सुनकर सन्न हो गई हैं। राज्यपाल संदेशखाली पहुंच गए थे और महिला सम्मान की बात कर रहे थे। उन्होंने राज्यपाल की गरिमा को तार-तार किया है।