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“श्रीमती कमला रंगा सम्मान” मेरे लिए प्रोत्साहन के साथ साहित्यिक चुनौती : गौरी

शायर वली मोहम्मद गौरी को कमला रंगा सृजन सम्मान अर्पित

RNE Bikaner.

प्रज्ञालय संस्थान एवं श्रीमती कमला देवी लक्ष्मीनारायण रंगा ट्रस्ट द्वारा अपनी साहित्यिक एवं रचनात्मक गतिविधियांे के तहत पूर्व की भांति वर्ष 2024 का श्रीमती कमला रंगा सृजन सम्मान उर्दू के वरिष्ठ शायर वली मोहम्मद गौरी को नालन्दा सृजन सदन में एक भव्य समारोह के तहत अर्पित किया गया।

श्रीमती कमला रंगा सृजन सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि वरिष्ठ शायर एवं उर्दू विद्वान जाकिर अदीब ने कहा कि प्रतिभाओं का सम्मान करना समाज का दायित्व है। सम्मानित होने वाली प्रतिभा पर भी यह दायित्व बनता है कि वह अपनी साहित्यिक और सृजनात्मक यात्रा को और ऊंचाइयों तक ले जाए।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार कमल रंगा ने कहा,शायर वली गौरी ने कई प्रयोग करते हुए उर्दू अदब की सेवाएं तो की है, साथ ही उन्होंने युवा पीढी को भी संस्कारित करने में अपनी सेवाएं दी है।

वली मोहम्मद गौरी के व्यक्तित्व- कृतित्व पर बात रखते हुए वरिष्ठ शायर कासिम बीकानेरी ने उन्हें उर्दू शायरी का बेहतरीन शायर बताया। गौरी को अर्पित सम्मान-पत्र का वाचन कवि जुगल किशोर पुरोहित ने किया।

सम्मान के प्रति उत्तर में बोलते हुए गौरी ने कहा कि सम्मान स्वीकार करते हुए गर्व की अनुभूति कर रहा हूं। यह सम्मान मेरे लिए एक प्रोत्साहन तो है ही साथ ही साहित्यिक चुनौती भी है। जिसे मैं स्वीकार करूंगा। प्रारंभ में कवि बाबूलाल छंगाणी ने स्वागत किया वहीं राजेश रंगा ने सम्मान समारोह की महत्ता एवं भावी कार्यक्रमों की रूपरेखा साझा की।

युवा कवि आनंद सोनी ने वली गौरी के सम्मान में रचित काव्य रचना का वाचन किया। समारोह में गिरिराज पारीक, शिव प्रसाद शर्मा, अब्दुल शकूर बीकाणवी, भवानी सिंह, कृष्णचंद पुरोहित, अशोक शर्मा, आशीष रंगा, हरिनारायण आचार्य, नवनीत व्यास, घनश्याम ओझा, वासु, डॉ. फारूक चौहान आदि मौजूद रहे।