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अगर चंद्र नाहटा के संग्रह किए ग्रंथो का होगा सूचिकरण एवं संरक्षण

आरएनई,बीकानेर।  

राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन नई दिल्ली की परियोजना के तहत विश्व गुरु दीप आश्रम शोध संस्थान जयपुर की ओर से अंजना शर्मा ने अगर चंद्र नाहटा द्वारा लगभग 2 लाख हस्तलिखित पांडुलिपियों का संग्रह कर शोध संस्थान की स्थापना की उसके कार्य का आज निरीक्षण किया गया।

पांडुलिपि विशेषज्ञ अंजना शर्मा ने बताया कि इस ग्रंथालय में सर्वाधिक प्राचीन एवं महत्वपूर्ण ग्रंथों का संग्रह नाहटा जी द्वारा किया गया है । उन ग्रंथों के सूचीकरण एवं संरक्षण का कार्य राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन नई दिल्ली के तहत विश्व गुरु दीप आश्रम शोध संस्थान जयपुर द्वारा कराया जा रहा है।

जिसमें अब तक लगभग 15000 ग्रंथों का सूचीकरण व 50 हजार पत्रों का संरक्षण कार्य कर दिया गया है। अनेक लिपियों में निहित ग्रंथों का लिपि विशेषज्ञों के माध्यम से अनुवाद कर प्रकाशन कार्य भी किया जा रहा है। पांडुलिपियों पर यह कार्य मोहित बिस्सा , लव कुमार देरा श्री , लक्ष्मीकांत, विजयलक्ष्मी व नवरत्न चोपड़ा के द्वारा किया जा रहा है।