किसान आंदोलन से जूझ रहे बीकानेर संभाग के कमिश्नर, दो कलेक्टर को बदला
- आठ कलेक्टर, तीन संभागीय आयुक्त सहित 33 आईएएस का ट्रांसफर किया, इसके साथ ही 11 को अतिरिक्त चार्ज
आरएनई, बीकानेर।
सरकार ने मंगलवार देर रात आदेश जारी कर 33 आईएएस का तबादला किया और 11 को अतिरिक्त चार्ज दिया। इन तबादलों में तीन संभागीय आयुक्त और 11 कलेक्टर शामिल हैं। तबादलों की इस सूची का बड़ा असर बीकानेर संभाग पर पड़ा है। यहां संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया सहित दो कलेक्टर भी बदल दिये गए हैं। इनमें बीकानेर और श्रीगंगानगर के कलेक्टर शामिल हैं।
किसान आंदोलन से प्रभावित संभाग की कमिश्नर, दो कलेक्टर बदले :
राजस्थान में इकलौता संभाग बीकानेर है जिसके तीन जिले किसान आंदोलन से प्रभावित हैं। ये जिले हैं श्रीगंगानगर, हनुमानगढ और अनूपगढ़। कुछ असर बीकानेर जिले के खाजूवाला में भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में कमोबेश पूरे संभाग में किसान आंदोलन की सुगबुगाहट है। रास्ते बंद किये जा रहे हैं। तीन जिलो में नेटबंदी कर दी गई है। सड़क पर प्रदर्शनकारी उतरे हुए है और दिल्ली कूच का प्रयास चल रहा है।
उर्मिला राजोरिया को ठंडे बस्ते में नहीं डाला तो छह महीने में तबादला क्यों ?
ऐसे समय में इस संभाग की संभागीय आयुक्त उर्मिला राजोरिया को बदलकर उनकी जगह वंदना सिंघल को संभागीय आयुक्त बनाया गया है। उर्मिला राजोरिया को कोटा संभागीय आयुक्त बनाकर भेजा गया हैं। इसलिये कह सकते हैं कि राजोरिया को हटाकर ठंडे बस्ते में नहीं डाला गया है। ऐसे में चर्चा है कि किसान आंदोलन से प्रभावित संभाग की कमिश्नर को अचानक हटाने की वजह क्या हो सकती है। वह भी तब जबकि राजौरिया को अभी बीकानेर में ज्वाइन किये हुए छह महीने ही हुए हैं। उन्होंने 06 अगस्त 2023 को बीकानेर संभागीय आयुक्त के तौर पर ज्वाइन किया था। अलबत्ता बीकानेर के कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल का कार्यकाल दो साल से अधिक हो चुका है। उन्हें गृहजिले उदयपुर में खान विभाग के निदेशक की जिम्मेदारी देकर भेजा गया है। इससे इतर श्रीगंगानगर के कलेक्टर अंशदीप को सात महीने से भी कम समय मिला है।
इसी साल रिटायर हो रही वंदना 24 साल से जोधपुर आस-पास :
बीकानेर में लगाई गई नई संभागीय आयुक्त वंदना सिंघल फिलहाल पाली की संभागीय आयुक्त है जो हाल ही नया संभाग बना है। इससे पूर्व यह जोधपुर संभाग का हिस्सा था। रोचक बात यह है कि लगभग छह महीने का समय निकाल दें तो वंदना सिंघल 1999 से अब तक यानी लगभग 24 साल से पूर्ववर्ती जोधपुर संभाग और उसके आस-पास ही नियुक्त रही हैं। इससे पहले का अधिकतर कार्यकाल उन्होंने उदयपुर संभाग के आस-पास निकाला है। उदयपुर उनका गृह जिला है। इससे पहले एक बार भी बीकानेर या इस संभाग में वंदना सिंघवी की नियुक्ति नहीं रही। वे इसी साल दिसंबर में रिटायर होने वाली हैं। ऐसे में सेवा के आखिरी साल में बीकानेर भेजे जाने भी ब्यूरोक्रेसी में चर्चाएं चल रही है। कुछ लोग ज्वाइन करने या न करने पर भी बात कर रहे हैं।
बीकानेर में जिला परिषद सीईओ रह चुकी कलेक्टर नम्रता वृष्णि :
भगवती प्रसाद कलाल की जगह बनाई गई बीकानेर की नई कलेक्टर नम्रता वृष्णि इससे पहले एक बार बीकानेर में लगभग छह महीने के लिए नियुक्त रही हैं। वे 15 नवंबर 2016 से 02 जून 17 तक बीकानेर जिला परिषद सीईओ रही हैं। उत्तरप्रदेश की मूल निवासी कृष्णि फिलहाल राजस्थान वित्त विभाग में ज्वाइंट सेक्रेट्री हैं। इस पद पर वे अगस्त 2022 से हैं।