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Cyclone Remal : 50 यात्रियों से भरी नाव डूबी, भारत में नौसेना मुस्तैद

  • “रेमल” : तटों पर तबाही, कोलकाता में दीवार गिरने से मौत
  • बिहार के कई इलाकों पर प्रभाव, अब धीमा पड़ेगा तूफान
  • बांग्लादेश में 08 लाख, भारत में 01 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण

RNE Network, Kolkata.

चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ रविवार रात को 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली हवाओं के साथ बांग्लादेश और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया। पड़ोसी देश में मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के पास सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निकटवर्ती तटों पर लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हुई। इसके साथ ही भारी बारिश शुरु हो गई और घरों-खेतों में पानी भर गया।

बांग्लादेश में तट के पास 50 यात्रियों से भरी नाव डूब गई। हालांकि सभी यात्रियों को सुरक्षित निकालने का दावा है। कोलकाता में दीवार गिरने से एक व्यक्ति को मौत होने की खबर है। इस बीच तूफान रेमल जहां-जहां से गुजर रहा है वहां अपने निशान छोड़ कर जा रहा है। मसलन तटीय इलाकों में झोंपड़ियों की छतें उड़ गई। बारिश से कुछ मकान गिरे हैं और जगह-जगह पानी भर गया है।

खंभे गिरने से कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई है। पूर्व मुस्तैदी के चलते पश्चिम बंगाल में ही लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जया गया है। बांग्लादेश में 08 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शरण दी गई है।

Indian Navy की तैयारी :
भारतीय नौसेना ने चक्रवात रेमल के बाद मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) प्रतिक्रिया शुरू करने के लिए एसओपी का पालन करते हुए कार्रवाई आरंभ कर दी है। नौसेना मुख्यालय में स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है, साथ ही पूर्वी नौसेना कमान मुख्यालय द्वारा व्यापक तैयारी कार्रवाई की जा रही है।

दो जहाज, हेलिकॉप्टर तैयार, गोताखोर तैनात :
भारतीय नौसेना ने प्रभावित आबादी की सुरक्षा और सहायता के लिहाज से तत्काल तैनाती के लिए एचएडीआर और चिकित्सा आपूर्ति से लैस दो जहाजों को तैयार किया है। इसके अतिरिक्त, सी किंग और चेतक हेलिकॉप्टरों के साथ-साथ डोर्नियर विमानों सहित भारतीय नौसेना की विमानन परिसंपत्तियां त्वरित प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं।

त्वरित सहायता प्रदान करने के लिए उपकरणों के साथ विशेष गोताखोरी टीमों को कोलकाता में तैनात किया गया है। आवश्यक उपकरणों के साथ अतिरिक्त गोताखोरी टीमें विशाखापत्तनम में स्टैंडबाय पर हैं, जो आवश्‍यकता पड़ने पर त्वरित तैनाती के लिए तैयार हैं।

एचएडीआर और चिकित्सा आपूर्ति के साथ दो बाढ़ राहत टीमें (एफआरटी) कोलकाता में तैनात की जा रही हैं। इसके अतिरिक्‍त, विशाखापत्तनम और चिल्का से दो-दो एफआरटी तैयार हैं और अल्प सूचना पर तैनाती के लिए तैयार हैं।