Rajasthan में गर्मी का रौद्र रूप : चूरू 50.5, श्रीगंगानगर 49.4, फलोदी 49, बीकानेर 48.3
- बीकानेर 48.3: इतनी गर्मी कि खेजड़ी झुलसी, ट्रांसफार्मर को पंखों से हवा
- 50 डिग्री में हरी-भरी रहने वाली खेजड़ी भी झुलसी
- ट्रांसफार्मर को ठंडा करने कूलर चला रहे
RNE Jaipur-Bikaner.
पूरे राजस्थान में हीटवेव ने हाहाकार मचा दिया है और तापमान अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा है। मंगलवार को चूरू में तापमान 50.5 डिग्री तक पारा पहुंच गया। इसके साथ ही श्रीगंगानगर 49.4, फलोदी 49, पिलानी 49, बीकानेर 48.3 डिग्री तापमान में झुलसा।
गर्मी के प्रकोप का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है राजस्थान का शमीवृक्ष कही जाने वाली वह खेजड़ी अब झुलसने लगी है जिसके बारे में कहा जाता है कि यह पेड़ सर्वाधिक ठंड और सर्वाधिक गर्मी दोनों ही हालत में हरा-भरा ही रहता है। इसीलिये इसे राजस्थान का कल्पवृक्ष कहते हैं।
शुष्क क्षेत्र अनुसंधान केन्द्र की एक रिसर्च के मुताबिक 50 डिग्री तापमान के साथ ही लू के गर्म थपेड़ों मंे भी यह पेड़ लहराता रहता है और जितनी गर्मी पड़ती है उतने ही अधिक फल (सांगरी) देता है। ऐसे में अब नाल गांव के गर्मी से झुलसे खेजड़ी के इस फोटो से अनुमान लगाया जा सकता है कि तापमापी में भले ही कितना ही तापमान आ रहा हो गांवों में वास्तविक हालात बहुत विकट हो चुके हैं।
गर्मी के तेवर ठंडे पड़ने की बजाय लगातार तीखे होते जा रहे हैं और राजस्थान में सूरज रौद्र रूप दिखा रहा है। मंगलवार को पूरा राजस्थान भट्टी-सा तपता रहा। चुरू, श्रीगंगानगर, पिलानी, फलोदी, बीकानेर, कोटा, जैसलमर, जयपुर और बाड़मेर प्रदेश के सबसे गरम शहर रहे।
मौसम विभाग ने एक बार फिर चेतावनी दी है कि गर्मी के ये तेवर अभी ढीले नहीं पड़ेंगे। रात भी सामान्य से ज्यादा गर्म रहेगी। खासतौर पर बीकानेर सहित पश्चिमी राजस्थान के अधिकांश जिलों में गर्मी अभी यूं ही रहेगी। अलबत्ता 30-31को एकबारगी तापमान कम होने का अनुमान है।
गर्मी के इस प्रकोप ने जहां आम जन-जीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है वहीं बिजली व्यवस्था संभालने में भी विद्युत निगम को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है। हर दिन ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। हालात यह है कि ट्रांसफार्मर्स को ठंडा रखने के लिए कूलर-पंखे लगाने पड़ रहे हैं।
बीकानेर शहर के जिला हॉस्पिटल स्थित जीएसएस के ट्रांसफार्मर को भी अत्यधिक लोड एवं गर्मी के कारण जलसे से बचाने के लिये दो बड़े कूलरनुमा पंखे लगाये गए हैं। सड़कों पर लगातार सात दिन से गर्मी का कर्फ्यू लगा हुआ है। आज भी दोपहर में आवाजाही नहीं के बराबर रही।
मंगलवार को भी दिन की शुरुआत गर्मी से हुई। रात की गर्मी का असर सुबह तक भी था। हवा न होने से गर्मी कुछ ज्यादा ही तीखे तेवर लिए हुए थी। सूरज ने उगते ही तपन को और बढ़ा दिया। मौसम विभाग ने आज भी बीकानेर के लिए लू का रेड अलर्ट जारी किया हुआ है। लू के रोगियों की प्रदेश में लगातार संख्या बढ़ रही है।
इससे पहले सोमवार को भी 11 शहरों में 48 डिग्री से अधिक तापमान रहा। 20 शहरों में ये 46 डिग्री से अधिक था। गर्मी से पूरा राजस्थान तप रहा है। राज्य में 24 घन्टे में हीट स्ट्रोक के 813 नये मरीज सामने आये। 26 मई तक मरीजों की संख्या 2809 थी जो 27 मई को बढ़कर 3622 तक पहुंच गई। चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने अधिकारियों की बैठक ली। अधिकारियों को फील्ड में रहने के निर्देश दिये।
मौसम विभाग के अनुसार राजस्थान सहित कुछ राज्यों में तीन दिन बाद राहत मिलने की संभावना है। भारत के मौसम विभाग का अनुमान है कि राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में बिजली गरजने और चमकने की संभावना है, वहीं कुछ राज्यों में बारिश हो सकती है। विभाग का कहना है कि अगले 5 दिन में केरल में मानसून पहुंचने की स्थिति बन रही है। तीन दिन में मानसून पूर्व की वर्षा सम्भव है, जिससे राहत मिल सकती है।