शिविर में शिक्षाप्रद नाटिकाओं का मंचन किया गया
आरएनई,बीकानेर।
महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय, बीकानेर तथा पंजीयक शिक्षा विभागीय परीक्षाएं, राजस्थान, बीकानेर के क्रियात्मक कार्यों के अंतर्गत श्री जैन आदर्श कन्या शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय तथा आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ, नोखा के संयुक्त तत्वावधान में वनशाला शिविर सप्त दिवसीय सहशैक्षणिक कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ।
शिक्षा भारत फाउंडेशन की राज्य प्रभारी सुमन अरोड़ा, संस्थान अध्यक्ष ईश्वर चंद बैद, समन्वयक डॉ. अखिलानंद पाठक, अकादमिक निदेशक डॉ. संदीप कुमार, प्राचार्य विद्यालय भूपेश सिंह राठौड़ ने मां शारदे की तस्वीर के समक्ष दीप प्रज्वलित कर शिविर का शुभारम्भ किया।
मुख्य अतिथि सुमन अरोड़ा ने अपने वक्तव्य में कहा कि इस प्रकार के शिविर से भावी शिक्षकों के चरित्र निर्माण, बौद्धिक क्षमता का विकास, हस्तकला कौशल, श्रम की भावना का विकास करके सीमित साधनों से असीमित आवश्यक्ताओं की पूर्ति करना है।
शिविर के दौरान शिक्षाप्रद नाटिकाओं का मंचन किया गया जिसमें दहेज-प्रथा, घूंघट-प्रथा तथा सोशल मीडिया से सम्बन्धित नाटिकाओं को क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्रदान किया गया।
शिविराधिपति एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आर. के. श्रीमाली ने स्वागत भाषण दिया। आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के प्रभारी तरुण चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के वरिष्ठ व्याख्याताजय करण सिंह चारण ने किया। कार्यक्रम में व्याख्याता संदीप भाटी, मनोज कुमार, जय किशन सारस्वत, डॉ. मनीषा, डॉ. जितेंद्र आदि ने भी अपने अपने विचार व्यक्त किए।