सहयोगी दलों की मांगों से भाजपा में बैचेनी
आरएनई, नेशनल ब्यूरो
लोकसभा चुनाव परिणामों के बाद सबसे ज्यादा हलचल भाजपा के भीतर चल रही है। कल एनडीए ने नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुन लिया। मगर सहयोगी दलों की मांगों से भाजपा बैचेन है। नीतीश व नायडू की मांगों से भाजपा चिंता में पड़ गई है। उनकी मांगों को कैसे नजरअंदाज किया जाये, रास्ता नहीं सूझ रहा।
एनडीए सरकार के लिए दोनों सहयोगियों की जरूरत से इंकार नहीं किया जा सकता। इनकी मांगे मानी जाती है तो भाजपा के पास कुछ नहीं रह जायेगा, वो अपनी नीतियां तो लागू कर ही नहीं सकती। जेडीयू के के सी त्यागी पहले ही अग्निवीर योजना की समीक्षा, समान नागरिक संहिता पर सबकी सहमति आदि की बात कह रहे हैं।
बदले राजनीतिक हालात पर भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर भाजपा नेताओं की बैठक सुबह 10.30 बजे से चल रही है, जो खबर लिखे जाने तक भी खत्म नहीं हुई थी। इस बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह, अश्वनी वैष्णव, मनसुख मंडाविया, संगठन महामंत्री बी एल संतोष, तरुण चुग, विनोद तावड़े आदि शामिल है।