जिलों में खनन कार्य पूरा कर चुकी कम से कम एक खान का पुनर्भरण कर पौधारोपण के निर्देश
- पौधारोपण अभियान में सभी की भागीदारी का आग्रह, पौधारोपण साथ ही रखरखाव भी जरुरी
- आरएसजीएल द्वारा पौधारोपण में कार्मिकों के साथ ही जनभागीदारी
RNE, JAIPUR .
माइंस सचिव व चेयरपर्सन राजस्थान स्टेट गैस आनन्दी ने मंगलवार को सचिवालय में एमडी रणवीर सिंह के साथ डीजीएम मार्केटिंग विवेक रंजन, डीजीएम सीएनपी विवेक श्रीवास्तव डीएम आईटी गगनदीप राजोरिया, सीएफओ दीप्तांषु पारीक, सलाहकार रविशंकर अग्रवाल, पी आर प्रभारी राजेन्द्र शर्मा ने आदि अधिकारियों व कार्मिकों को पौधारोपण के लिए जामुन के पौधें वितरित किए। खान सचिव आनन्दी ने आरएसजीएल की पहल की सराहना करते हुए कहा कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को आवश्यक रुप से पौधारोपण करना चाहिए।
खान सचिव आनन्दी ने कहा कि माइंस विभाग के खनन गतिविधियों से जुड़े होने के कारण पर्यावरण संरक्षण की भी अधिक जिम्मेदारी हो जाती है। जिले के खनन पट्टा क्षेत्रों में खनन कार्य पूरा होकर बंद हो चुकी खानों में से कम से कम एक खान का पुनर्भरण करवाकर व्यापक वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही कलस्टर बनाकर व विभागीय कार्यालयों में पौधारोपण के साथ ही माइनिंग लीज क्षेत्रों में पौधारोपण करवाया जाएगा।
एमडी रणवीर सिंह ने बताया कि आरएसजीएल कार्मिकों द्वारा पांच पांच पौधे लगाये जाएंगे। वहीं कोटा में आरएसजीएल की डीपीएनजी सेवा से जुड़े लोगों को पौधारोपण के लिए 500 छायादार-फलदार पौधे वितरित कर पौधारोपण करवाया गया है। उन्होंने बताया कि इसी तरह से नीमराणा में करीब 50 छायादार-फलदार पौधों का पौधारोपण करवाया गया है।
इस अवसर पर डीजीएम मार्केटिंग विवेक रंजन, सीएनपी विवेक श्रीवास्तव डीएम आईटी गगनदीप राजोरिया, सीएफओ दीप्तांशु पारीक, सलाहकार रविशंकर अग्रवाल, पीआर प्रभारी राजेन्द्र शर्मा भी उपस्थित रहे।