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NTA : डीजी सुबोध कुमार को हटाया, प्रदीपसिंह खरोला नये डीजी

  • एनटीए की गड़बड़ियां रोकेगी सात सदस्यीय कमेटी
  • इसरो के पूर्व चेयरमैन के.राधाकृष्णन की अध्यक्षता में हाईलेवल कमेटी बनाई

RNE, NETWORK .

नीट यूजी परीक्षा में गड़बड़ियां और देशभर में चल रहे प्रदर्शनों के बीच सरकार ने आज तीन बड़े फैसले किये हैं। पहला फैसला यह है कि कल यानी 23 जून को हेाने वाली नीट पीजी परीक्षा रद्द कर दी गई है। हालांकि यह परीक्षा एनटीए नहीं करवा रहा था। दूसरा बड़ा निर्णय यह किया गया है कि परीक्षाओं में सामने आई गड़बड़ियों के बाद एनटीए के डीजी सुबोध कुमार को हटा दिया गया है। उनकी जगह प्रदीपसिंह खोरला को नया डीजी बनाया गया है। इसके साथ एनटीए के कामकाज में सुधार लाने और पारदर्शिता बढ़ाने के लिये सात सदस्यी हाईलेवल कमेटी बनाई गई है। इस कमेटी का अध्यक्ष इसरो के पूर्व चेयरमैन राधाकृष्णन को बनाया गया है।

पहले जानिये एनटीए डीजी बदलने की कहानी:

यूजीसी नेट परीक्षा रद्द होने और नीट परीक्षा मंे धांधली के चलते नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) जबरदस्त विवादों में घिर गई। शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान ने एक बयान दिया कि एनटीए में सुधार की संभावना है। अब तक सामने आये विवादों मंे किसी स्तर का कोई भी अधिकारी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। ऐसे मंे आज देर रात एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को हटाने के आदेश को इसी बयान से जुड़ा हुआ माना जा रहा है। सुबोध कुमार सिंह की जगह आईएएस प्रदीपसिंह खरोला को एनटीए महानिदेशक पद की जिम्मेदारी दी गई है।

नीट पीजी परीक्षा रद्द:

इस बीच सरकार ने 23 जून यानी कल होने वाली नीट पीजी परीक्षा रद्द करने की घोषणा की है। अब नीट पीजी के लिये नई तारीख घोषित होगी। यह परीक्षा रविवार को लगभग 300 शहरों के एक हजार से सेंटर पर होने वाली थी। हालांकि नीट पीजी परीक्षा नेशनल बोर्ड ऑफ मेडिकल साइंसेज यानी एनबीईएमएस करवाता है। इसका एनटीए से लेना-देना नहीं है लेकिन सरकार ने एहतियातन इस परीक्षा को भी एकबारगी रद्द किया है।

एनटीए की गड़बड़ियां रोकने कमेटी बनाई:

शिक्षामंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने शनिवार को एक सात सदस्यी हाई लेवल कमेटी की घोषणा की है। यह कमेटी एनटीए को प्रभावी और पारदर्शी बनाने पर काम करेगी। इस कमेटी के अध्यक्ष इसरो के पूर्व चेयरमैन डा.के.राधाकृष्णन होंगे।

ये हैं कमेटी के सदस्य:

अध्यक्ष: डा.के.राधाकृष्णन, पूर्व चेयरमैन इसरो, सदस्य: डा.रणदीप गुलेरिया, पूर्व डायरेक्टर एम्स, प्रो.बी.जे.राव, वीसी सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ हैदराबाद, प्रो.रामामूर्ति के., रिटायर्ड प्रोफेसर आईआईटी मद्रास, पंकज बंसल, को-फाउंडर पीपल स्ट्रांग, मेंबर कर्मयोगी भारत, प्रो.आदित्य मित्तल, डीन आईआईटी दिल्ली, गोविंद जायसवाल, ज्वाइंट सेक्रेट्री शिक्षा मंत्रालय।