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नागौर में मारपीट से घायल युवक की मौत : परिजनों ने किया प्रदर्शन, पुलिस के ढीले रवैये को बताया हत्या का जिम्मेदार

RNE, NETWORK .

नागौर के भरे बाजार में युवक नवीन सोनी की पिटाई के बाद आज उसकी मौत हो गई। मौत की खबर मिलते ही लोगों ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कलेक्ट्रेट पर धरना दे दिया।

मामला यह है :

गुरूवार को हुई मारपीट की घटना के बाद युवक को पहले नागौर के जेएलएन और फिर जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में रैफर किया गया। शरीर में अंदरूनी चोट गंभीर होने की वजह से आज सुबह उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। युवक की मौत की सूचना पर श्रीमैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के समाजबंधु, मृतक के पैतृक गांव अड़वड़ के ग्रामीण समेत अनेक लाेग कलेक्ट्रेट पहुंचे और धरना दिया।

कलेक्ट्रेट पर धरने के दौरान एएसपी सुमित कुमार, एएसपी नेमीचंद खारिया समेत 3 डीएसपी और अनेक पुलिसकर्मी मौजूद रहे। करीब आधा दर्जन पुलिस थानों के पुलिसकर्मियों समेत आरएसी के जवान भी तैनात रहे।

मृतक के भाई प्रदीप सोनी ने बताया कि नवीन को मारने वाले पहले भी घर पर आकर धमकी देकर गए थे। इसकी नवीन ने काेतवाली पुलिस में रिपोर्ट दी थी लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया और बात को लापरवाही से टाल दिया। इसके बाद बदमाशों ने नवीन की रैकी की। 20 जून को जब नवीन घर जा रहा था, इसी दौरान शहर के बाजरवाड़ा इलाके में उसे बाइक से उतारकर पटका और डंडों से उसके ऊपर हमला करके लगातार वार किए। मारपीट की घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी।

गंभीर हालत में नवीन को पहले नागौर के जिला अस्पताल पहुंचाया, यहां नवीन की तबियत बिगड़ते देख डॉक्टरों ने उसे जोधपुर रैफर कर दिया। जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में इलाज के दौरान आज सुबह साढ़े 7 बजे उसकी मौत हो गई। मृतक नवीन के एक डेढ़ साल की बेटी है। हालांकि सुबह तड़के मौत होने के बाद आज शाम साढ़े 4 बजे तक उसका पोस्टमार्टम नहीं हो सका। जोधपुर के एमडीएम अस्पताल में शाम 5 बजे मृतक का पोस्टमार्टम किया गया है।

परिजनों ने कहा कि पुलिस 12 जून की रिपोर्ट के आधार पर बदमाशों पर कार्रवाई करती तो 20 जून की घटना नहीं होती। ऐसे में परिजनों ने नवीन की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए धरना दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।

धरनार्थियों ने प्रशासन मृतक नवीन सोनी के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार करने, दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने, मृतक नवीन के आश्रित को सरकारी नाैकरी देने, परिवार का भरण पोशण करने और आश्रित परिवार को एकमुश्त मुआवजा राशि देने की मांग की।