आभारसभा: सिंधिया ने हाथ उठाया और टैंट उखड़ा, मंच पर मौजूद नेताओं ने बचाया
- ज्योतिरादित्य सिंधिया बाल-बाल बचे, कार्यक्रम स्थगित
- थोड़ी-सी चूक हो जाती तो ऊपर गिरता लोहे का पाइप
- लाइट बंद करवाई, कार्यक्रम स्थगित किया
- जगह-जगह भारी भीड़ स्वागत में उमड़ी
- क्रेन से पहनाई बड़ी माला
RNE Network.
केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया बीती रात हुए एक हादसे मंे बाल-बाल बच गए है। वे एक कार्यक्रम में मंच पर मौजूद थे अचानक तेज-आंधी बारिश शुरू हो गई। जिस मंच पर थे उसका टैंट उखड़ गया। मंच पर मौजूद नेताआंे ने उन्हें घेरकर बचाया। लाइट बंद करवाई और कार्यक्रम को स्थगित किया।
मामला यह है:
दरअसल केन्द्रीय मंत्री बनने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया आभार जताने अपने क्षेत्र पहुंचे थे। इसी दौरान शिवपुरी में जगह-जगह उनका स्वागत किया जा रहा। पूरा शहर फूलों-फरियों से सजाया गया था। सिंधिया जब मुख्य समारोह के मंच पर पहुंचे तो अचानक मौसम बदल गया। तेज आंधी चलने लगी। इसके बावजूद वे मंच पर आगे बढ़कर हाथ उठाकर जनता का आभार जता रहे थे। इसी दौरान टैंट उखड़ने लगा। एक पाइप गिरने की आशंका देखते हुए मंच पर मौजूद नेताओं ने उन्हें घेरकर पीछे किया। टैंट गिरा लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया बाल-बाल बच गये। तुरंत लाइट बंद करवाई और बाद में यह जितना चला उसके बाद स्थगित कर दिया।
जबरदस्त स्वागत, क्रेन से मालाएं पहनाई:
मंत्री बनने के बाद पहली बार अपने क्षेत्र में पहुंचे सिंधिया का हर जगह जोरदार स्वागत हुआ। सड़कों को फूलों से सजा दिया गया। जगह-जगह ढोल बजाते, नाचते लोग दिखे। बड़ी तादाद में महिलाएं सड़कों से लेकर सभास्थलों तक पहुंची। कई जगह मालाएं इतनी बड़ी पहनाई गई कि उन्हें क्रेन से उठाकर ज्योतिरादित्य के गले में डाला गया।
खुली जीप में आभार, महिलाओं की आरती:
सिंधिया ने भी गुना, अशोकनगर, शिवपुरी आदि इलाकों में खुली जीप में आभार यात्रा निकाली। गुना में सड़क किनारे बड़ी तादाद में महिलाएं हाथों में आरती की थालियां लिये हुए मौजूद थीं। वे ज्योतिरादित्य सिंधिया की आरती उतार रही थी। ऐसे में ज्योतिरादित्य ने एक आरती की थाली हाथ मंे लेकर महिलाओं की आरती उतारी।
ये बोले सिंधिया:
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, मोदी के मदन में एमपी और एमपी के मन में मोदी बसते हैं। प्रदेश का संपूर्ण विकास होगा। उन्होंने अपनी जीत को क्षेत्र की जनता की जीत बताया। कहा, फाइवजी टैक्नोलोजी से मध्यप्रदेश के गांवों मंे किसानों को लाभ होगा। शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं भी बेहतर होगी।