राजस्थान विधानसभा: हंगामेभरी शुरूआत के बीच नेता प्रतिपक्ष जूली ने माइक बंद होने का आरोप लगाया
- राज्यपाल के अभिभाषण के मुद्दे हंगामेदार शुरूआत
- ‘संविधान के हत्यारों का नाश हो’ नारे लगे
- विधानसभा की कार्रवाई कल तक के लिये स्थगित
RNE Network.
हालांकि राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सत्र शुरू होने से एक दिन पहले सर्वदलीय बैठक बुलाकर सदन को शांतिपूर्ण तरीके से चलाने के लिये सभी का सहयोग मांगा लेकिन बुधवार को सत्र शुरू होते ही हंगामेदार हो गया। विपक्ष ने जमकर ‘संविधान के हत्यारों का नाश हो’ नारे लगाये। हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने यह भी आरोप लगाया कि मेरा माइक बंद कर दिया गया है। ऐसे में प्रतिपक्ष की ओ से लोकसभा के बाद अब राजस्थान विधानसभा में भी माइक बंद करने के आरोप लगाये जाने लगे हैं।
अभिभाषण के मुद्दे पर हंगामा:
बजट सत्र की शुरूआत के साथ ही नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली बोले, सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से होती है। पिछला सत्र मार्च में खत्म हो गया। अभिभाषण नहीं होना असंवैधानिक है। इसके साथ ही विपक्षी सदस्यों ने ‘संविधान के हत्यारों का नाश हो’ नारे लगाने शुरू कर दिये।
जूली, पटेल, स्पीकर के बीच चले सवाल-जवाब:
जूली का आरोप: अभिभाषण क्यों नहीं?
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, साल के पहले सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से कराने का नियम है जबकि अभिभाषण नहीं करवाया गया है। यह संविधान के नियमों का खुला उल्लंघन है।
पटेल का जवाब:
हंगामा बढ़ता देख संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने खड़े होकर कहा, सत्र की शुरूआत नियमानुसार हुई है। यह दूसरा सत्र है। पहला सत्र पूर्व में हो चुका है। ऐसे में हर बार राज्यपाल महोदय के अभिभाषण का नियम नहीं है।
जूली ने सवाल किया: बता दीजिये इस सवाल का पहला सत्र कब हुआ। तारीख बता दीजिये।
स्पीकर का हस्तक्षेप: पहला सत्र दिसंबर में शुरू हुआ जो जनवरी तक चला।
जूली: दिसंबर 2023 में जो सत्र शुरू हुआ वह वर्ष 2024 का पहला सत्र कैसे हो गया। नियम यह है कि हर साल के पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होगा। ऐसे में 2024 का पहला सत्र तो यही है।
अध्यक्षीय व्यवस्था:
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अध्यक्षीय व्यवस्था दी। कहा, नियमों के तहत नई सरकार के गठन के बाद होने वाले पहले सत्र और साल के पहले सत्र में राज्यपाल का अभिभाषण होता है। यह इस साल का दूसरा सत्र है। विपक्ष इस व्यवस्था से संतुष्ट नहीं हुआ। वैल में आकर नारेबाजी की। जमकर हंगामा हुआ। ऐसे में शोकाभिव्यक्ति एवं अन्य प्रक्रियाओं के बाद सदन की कार्रवाई कल 04 जुलाई तक के लिये स्थगित कर दी गई।
प्लास्टिक मुक्ति संकल्प:
बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा में प्लास्टिक मुक्ति का संकल्प लिया गया। राज्य विधानसभा में बुधवार को अन्तरराष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस के अवसर पर सदस्यों ने प्लास्टिक बैग के इस्तेमाल को न्यूनतम करने तथा आमजन को भी इस हेतु जागरूक करने का संकल्प लिया। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदस्यों को संकल्प दिलाया।
देवनानी ने कहा कि सभी प्लास्टिक प्रदूषण की गंभीरता को समझते हुए संवेदनशील होकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम करें। प्लास्टिक बैग के स्थान पर कपड़े के बने अथवा बायोडीग्रेडेबल बैग का इस्तेमाल करें। उन्होंने सभी सदस्यों से प्लास्टिक बैग्स का न्यूनतम प्रयोग, इसके उचित निस्तारण के लिए संवेदनशील होने तथा अपने आस.पास के लोगों को भी प्लास्टिक बैग के कम से कम उपयोग और पर्यावरण पर प्लास्टिक के दुष्प्रभाव के प्रति जागरुक करने का आह्वान किया।
दिवंगतों को श्रद्धांजलि:
विधानसभा सत्र के पहले दिन यूपी के हाथरस में मारे गये 121 व्यक्तियों केा श्रद्धांजलि दी गई। इसके साथ ही 12 दिवंगत नेताओं को श्रद्धांजलि दी। इन 12 नेताओं में कमला बेनीवाल, मनोहर जोशी, महावीरप्रसाद जैन, राधेश्याम गंगानगर, चंद्रशेखर, उम्मेदसिंह, विवेक धाकड़, प्रभुलाल करसोल्या, किशनगोपाल कोगटा, मोटाराम, रतीराम यादव ओर हुकमसिंह शामिल रहे।
विधायक पटेल ने शपथ ली:
बागीदौरा उपचुनाव में नव-निर्वाचित बीएपी के विधायक जयकृष्ण पटेल ने बतौर विधायक संविधान के प्रति शपथ ली।
मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कार्यसलाहरकार समिति के तीसरे प्रतिवेदन का उपस्थापन किया।
विधानसभाध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे ओम बिरला के लोकसभा अध्यक्ष बनने पर बधाई संदेश पढ़ा।
कल सदन की बैठक होगी उसके बाद सीधे 10 को बजट:
सदन की कार्रवाई कल यानी 04 जुलाई सुबह 11 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गई। चार जुलाई को सदन की बैठक के बाद सीधे 10 जुलाई को बजट पेश होगा। इस बीच स्थगित रहेगा।