Hanumangarh : बिहार के दो सगे भाई, पिता की आंखों के सामने चल बसे
RNE Network. Hanumangarh.
खेतों में मजदूरी करने बिहार से अपने दो बेटों के साथ राजस्थान आये रामभरोसे के सिर पर आफत का पहाड़ टूट पड़ा है। उसकी आंखों के सामने दोनों बेटे काल के गाल में समा गये। खुद रामभरोसे भी घायल हालत में है। वह उस क्षण को कोश रहा है जब बेटे बारिश से बचने के लिए कमरे में आ गये। बारिश से बचना तो दूर की बात, उनकी जान भी नहीं बची। वजह, कमरे की छत गिरने से बेटों अमित-सुमित दोनों की मौत हो गई। खुद रामभरोसे घायल हो गया। इसके साथ ही दो अन्य मजदूर भी घायल हैं जो बिहार से आये हुए हैं।
सीओ करणसिंह की जुबानी, दुर्घटना की कहानी:
घटना रविवार देर रात हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी में दो जीजीआर रोही राठीखेड़ा की है। यह क्षेत्र संगरिया पुलिस सर्किल के अधीन आता है। घटना की जानकारी मिलते ही सीओ करणसिंह मौके पर पहुंचे। ‘Rudra News Express’ से बातचीत में सीओ करणसिंह ने जो कहानी बताई वह दर्दनाक और हैरान करने वाली है।
कमरे में एक ही रहता था, बाकी पांच बारिश से बचने आये:
सीओ करणसिंह के मुताबिक खेत में जिस कमरे की छत गिरी वहां छह लोग घायल हुए हैं। सभी बिहार से मजदूरी करने आये थे। इनमें रामभरोसे, उनके बेटे सुमित और अमित भी शामिल हैं। सुमित-अमित की छत गिरने से मौत हो गई है। हैरानी की बात यह है कि खेत के इस कमरे में अकेले रामभरोसे ही रहते थे। मतलब यह कि बाकी मजदूर उस खेत मालिक के यहां काम नहीं करते थे। शनिवार रात को बारिश तेज हुई तो रामभरोसे के दोनों बेटों सहित बाकी मजदूर वहां बारिश से बचते हुए रात गुजारने आ गये थे।
अचानक गिरी छत:
बारिश बहुत तेज थी। अचानक छत गिरी जिसमें कमरे में मौजूद सभी लोग दब गये या घायल हो गये। रामभरोसे के बेटे अमित-सुमित की दबने से मृत्यु हो गई। सीओ करणसिंह के मुताबिक मृतकों का शव पोस्टमार्टम करवाने के बाद अंतिम संस्कार करवाया गया है। घटना की जांच कर रहे हैं और बाकी घायलों का हनुमानगढ़-टिब्बी के हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
घायलों में रामभरोसे, अभिषेक साहनी, भारत साहनी शामिल है। घटना के बाद तहसीलदार चंदन पंवार, थानाधिकारी जगदीश पांडर सहित पुलिस-प्रशासन के काफी अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।