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कृपलानी की गोदारा पर चुटकी : पुरूष मंत्री, पुरूषों का ख्याल नहीं रखोगे तो कौन रखेगा!

  • सवाल: एकल महिला को उज्वला गैस कनेक्शन मिलता है,एकल पुरूष को क्यों नहीं !
  • विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी चुटकी ली-कुंआरे ने शादी कर ली तो ?

 

RNE, NETWORK .

राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा के एक विधायक ने अपनी ही सरकार के मंत्री से ऐसा प्रश्न किया कि पूरे सदन में ठहाके गूंज उठे। मंत्री भी लगभग निरूत्तर हो गए लेकिन यह जरूर कहा, कि प्रश्न सम-सामयिक है लेकिन केन्द्र की योजना से जुड़ा है जिसमें राज्य सरकार की ओर से कोई हस्तक्षेप नहीं हेाता। प्रश्न के बीच विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने भी चुटकी ली।

जानिये कौन विधायक, क्या प्रश्न !

निंबाहेड़ा से वरिष्ठ विधायक एवं दो बार सांसद रहे भाजपा के श्रीचंद कृपलानी ने प्रधानमंत्री उज्वला योजना से जुड़ा तारांकित प्रश्न किया। कृपलानी ने पूछा कि जिस तरह प्रधानमंत्री उज्वला योजना में महिला मुखियाओं वाले पविार सहित एकल, विधवा परित्यक्ता महिला को प्रधानमंत्री उज्वला योजना में गैस कनेक्शन दिये जाते हैं क्या वैसे ही एकल पुरूष को गैस कनेक्शन दिये जा सकते हैं। एकल पुरूष में उन्होंने गरीब श्रेणी के विधुर, अविवाहित, अनाथ, कुंआरे आदि पुरूषों का जिक्र किया।

मंत्री गोदारा का जवाब :

खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने तय प्रक्रिया के मुताबिक जवाब दे दिया कि प्रधानमंत्री उज्वला योजना में ऐसी गरीब महिलाओं को ही गैस कनेक्शन दिया जाता है जो पात्रता रखती हैं। प्रधानमंत्री उज्वला योजना के अंतर्गत कनेक्शन का पात्रता का निर्णय केन्द्र सरकार करती है।

पूरक प्रश्न से यूं चुटकी-ठहाके :

कृपलानी की चुटकी: मंत्रीजी, आप भी पुरूष हो, पुरूषों का ध्यान नहीं रखोगे तो कौन रखेगा। इसके साथ ही सवाल उठाया, जिस तरह गरीब एकल महिला, परित्यक्ता, विधवा को उज्वला गैस कनेक्शन देते हैं, उसी तरह गरीब एकल पुरूष, विधुर, परित्यक्त को भी गैस कनेक्शन देने की योजना है क्या!

इस बीच एक आवाज उठी-कुंआरों का जिक्र नहीं हुआ।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी हंसते हुए कहा,

अभी जो कुंआरे हैं वे शादी नहीं करेंगे ये जरूरी है क्या!

सुमित गोदारा बोले :

प्रश्न प्रासंगिक और सम सामयिक है। पहले संयुक्त परिवार होते थे। फिर एकल परिवार होने लगे। अब अकेले पुरूष भी रहने लगे हैं। इस ओर सदन का ध्यान दिलाया उसके लिये धन्यवाद। श्रीचंद कृपलानी को इंगित कर कहा, आप केन्द्र में रहे हैं। योजना केन्द्र की है। वहां कुछ बात कर इसमें समाधान करवा सकें तो उचित रहेगा।

कृपलानी ने यूं राज्य पर डाली जिम्मेदारी :

गोदारा के जवाब पर कृपलानी ने एक बार फिर नया पैंतरा फेंका। कहा, जिस तरह उज्वला योजना भारत सरकार की है उसी तरह किसान सम्मान निधि भी केन्द्र की येाजना है। इसमें राजस्थान सरकार ने अपनी तरफ से योगदान दिया है। क्या इसी तरह उज्वला में भी अपनी तरफ से योगदान देकर एकल पुरूषों का गैस कनेक्शन का लाभ दे सकते हैं क्या! इसके साथ ही इस प्रश्न पर मंथन तो खत्म हो गया लेकिन कई दिनों से गरमागरमी भरेे सदन में ठहाकों की बौछार ने माहौल काफी अच्छा कर दिया।