UP BJP : विवाद गहराया, राज्यमंत्री सोनम किन्नर का इस्तीफा, योगी दिल्ली आयेंगे
सोनम किन्नर के इस्तीफे से यूपी भाजपा का विवाद और गहराया
- संगठन व सरकार के बीच झगड़ा तेज हुआ
- सोनम किन्नर ने इस्तीफे में लिखा : चुनाव परिणामों से आहत, हार की जिम्मेदारी लेती हूं
RNE Network
उत्तर प्रदेश में भाजपा का विवाद गहरा गया है। सरकार व संगठन के मध्य लड़ाई अब खुलकर सामने आ गई है। इसके चलते दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री सोनम किन्नर ने इस्तीफा दे दिया है और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन किया है। मौर्य ने कहा था कि संगठन तो सरकार से सर्वोपरि है।
बदले हालात में सीएम योगी 27 जुलाई को नीति आयोग की बैठक में भाग लेने दिल्ली आ रहे हैं। उस समय वे पीएम मोदी सहित पार्टी के अन्य नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। राज्य की स्थिति के बारे में बताएंगे। जबकि मौर्य पहले ही दिल्ली आकर पार्टी नेताओं से मिल चुके हैं।
सोनम का इस्तीफा
किन्नर कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष सोनम किन्नर ने इस बीच अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि अधिकारियों का वर्चस्व है। जब अधिकारी सुनते ही नहीं तो पद पर बने रहने से क्या फायदा। सोनम ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार हुई तो किसी ने जिम्मेवारी नहीं ली, मैं ले रही हूं।
इस्तीफे में यह लिखा है
मैं सोनम चिश्ती (किन्नर) उपाध्यक्ष (दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री), किन्नर कल्याण बोर्ड हूं। लोकसभा चुनाव- 2024 में भाजपा के यूपी में आए परिणामों से आहत होकर हार की जिम्मेदारी लेती हूं। मैं दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री रहते हुए जनता के बीच में भाजपा को मजबूत करने में असफल रही हूं। इस कारण मैं अपनी अंतरात्मा से व्यथित होकर पद से त्यागपत्र दे रही हूं। मैं पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए कार्य करती रहूंगी। पार्टी से जो जिम्मेदारी मिलेगी, उसे मैं निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगी।
कौन हैं सोनम किन्नर
सोनम चिश्ती पहले सपा में थीं। वह सपा महिला सभा की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष और राष्ट्रीय कैंपेनर भी रही थीं।
तीन साल पहले उन्होंने सपा छोड़कर भाजपा जॉइन की थी। भाजपा सरकार ने किन्नर कल्याण बोर्ड का गठन किया और नवंबर 2021 को सोनम को इसका उपाध्यक्ष बनाया। सोनम, किन्नर आश्रम सुल्तानपुर की पीठाधीश्वर हैं। भाजपा में आने से पहले भी समाजसेवा के लिए उनका नाम चर्चा में आता रहा है।
कैसा बोर्ड, क्या काम :
किन्नर कल्याण बोर्ड का काम किन्नरों की आवश्यकताओं, मुद्दों और समस्याओं पर काम करते हुए सुधारों के लिए सरकार को सुझाव देना था। इसके अलावा किन्नरों का शैक्षिक, सामाजिक, आर्थिक विकास, समानता और समता के लिए दिशा-निर्देश जारी करना था।
सोनम ने हमेशा अपनी बात बिंदासरखी :
गरीबों के घर पर बुलडोजर चलाने का आरोप लगाया था।
एक मीटिंग में कहा, हमारे समाज की सुनवाई नहीं। यही हाल रहा तो वह इस्तीफा दे देंगी।
एमपी और एमएलए की पेंशन बंद होनी चाहिए।