Skip to main content

फिक्स चार्ज में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई

** अब फिक्स चार्ज में की गई बढ़ोतरी
** पहले फ्यूल चार्ज की पड़ी थी मार
** 1 अगस्त से लागू होंगी दरें

RNE, State Bureau

बिजली उपभोक्ताओं को फ्यूल सरचार्ज के बाद अब फिक्स चार्ज का करंट दिया गया है। फिक्स चार्ज में लगभग 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है।
इससे घरेलू व कॉमर्शियल श्रेणी में आने वाले उपभोक्ताओं का बिजली का बिल हर माह 20 से 55 रुपये तक बढ़ जायेगा। जबकि ओधोगिक इकाईयों के बिल में ज्यादा झटका लगेगा। राजस्थान बिजली विनियामक आयोग ने नए टैरिफ आदेश में फिक्स चार्ज बढ़ा दिए हैं।

इनके बिजली बिल भी बढ़े

इसके अलावा बीपीएल स्माल घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर में बढ़ोतरी की गई है। दोनों श्रेणी के स्लैब को एक करके बिजली दर 4.75 रुपए प्रति यूनिट कर दी गई है। जबकि अभी तक बीपीएल के लिए 3.50 रुपये व लघु श्रेणी के लिए 3.85 रुपये प्रति यूनिट दर निर्धारित थी। हालांकि 100 यूनिट तक बिजली खपत वाले उपभोक्ताओं का चार्ज अभी सरकार वहन कर रही है। इससे बिजली कंपनियों की तिजोरी में सालाना करीब 1600 करोड़ रुपये ज्यादा आएंगे। टैरिफ आदेश 1 अगस्त से लागू होंगे।

चार्ज बढ़ाने के लिए ये तर्क

विनियामक आयोग का तर्क है कि कंपनियों का घाटा बढ़ता जा रहा है। घाटा बढ़ता जायेगा तो केंद्र सरकार की आरडीएसएस स्कीम के तहत ग्रांट नहीं मिल पायेगी। साथ ही उपभोक्ताओं को बेहतर सुविधा नहीं दी जा सकेगी। इसलिए घाटे में कमी जरुरी है।

जनता दोषी कैसे

बिजली कंपनियों के घाटे के पीछे बिजली कंपनियों की लचर कार्यशैली, प्रबंधन में कमी और राजनीतिक दखल मुख्य वजह है। जब जब बिजली दर, स्यूल सरचार्ज बढ़ा है, उपभोक्ताओं यानी जनता को देना पड़ा है।