सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट में होगा पीजी डिप्लोमा शुरू
- वर्किंग प्रोफेशनल्स को मिलेगी करियर ग्रोथ एवं ग्रीन जॉब अपॉर्चुनिटी
- इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स और एकेडमिया में होगी जुगलबंदी
आरएनई,हनुमानगढ़।
गुणवत्तापरक शिक्षा के केंद्र श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय ने क्लाइमेट एजुकेशन एंड कंसल्टिंग स्टार्टअप कंपनी सस्टेनोवेट के साथ आज एक महत्वपूर्ण एमओयू साइन किया। खास बात ये है कि एसकेडी यूनिवर्सिटी अब देशभर में आईआईएम लखनऊ, इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ फारेस्ट मैनेजमेंट भोपाल और नालंदा विश्वविद्यालय जैसे चुनिंदा उच्च शिक्षा के प्रसिद्ध संस्थानों की कतार में शामिल हो गया है जहाँ सस्टेनेबिलिटी रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट विषय में पीजी डिप्लोमा उपलब्ध होगा।
सस्टेनोवेट के फाउंडर नितिन मिश्रा ने बताया कि पेरिस एग्रीमेंट के बाद जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे असर बढ़ते तापमान को लक्ष्य निर्धारित कर कम करने की दिशा में दुनिया भर की सरकारों ने काम शुरू कर दिया है। उसी का परिणाम है कि भारत में सेबी यानी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ़ इंडिया ने भी मेंडेट जारी किया है जिसके अनुसार देश की एक हज़ार कंपनियों में सस्टेनेबल रिपोर्ट बनाना अब अनिवार्य कर दिया है जो स्टॉक एक्सचेंज में लिस्टेड शीर्ष कंपनियां हैं। इससे कारण स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स के लिए ग्रीन जॉब्स के अच्छे अवसर पैदा हो गए हैं जिसमें ग्रीन एनर्जी, ग्रीन ऑडिट, सस्टेनेबल रिपोर्टिंग, सस्टेनेबल मैनेजमेंट और सस्टेनेबल कैम्पस आदि समाहित हैं।
यूनिवर्सिटी के चेयरपर्सन वरुण यादव ने बताया इस पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम की देश में बहुत मांग है और उतनी ही कीमत इसकी विदेशों में भी है, लेकिन सीमित संस्थान और सीटों की वजह से विद्यार्थी प्रवेश लेने से वंचित हो जाते थे। अब राजस्थान और हनुमानगढ़ जैसे खेती-किसानी वाले ग्रामीण क्षेत्र में भी ये कोर्स शुरू होने से ग्रामीण प्रतिभाओं के साथ भी न्याय हो सकेगा। श्री यादव ने जानकारी दी कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत हाइब्रिड फॉर्मेट में वीकेंड पर ऑफलाइन और शेष दिवसों में ऑनलाइन क्लासेज का प्रावधान होने से वर्किंग प्रोफेशनल्स को भी उच्च कौशल शिक्षा को जारी रख सकने का अवसर मिल सकेगा। एमओयू के अंतर्गत श्री खुशाल दास विश्वविद्यालय बीटेक और एमबीए डिग्री सस्टेनेबिलिटी में देने वाला अग्रणी विश्वविद्यालय बनेगा।
एमओयू पर कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर निधि थापक और एसकेडीयू के प्रो-वाइस चांसलर प्रोफ़ेसर वैभव श्रीवास्तव ने हस्ताक्षर किये। इस अवसर पर कंपनी की को-फाउंडर डॉ. समीक्षा पाटिल, एसकेडीयू रजिस्ट्रार डॉ. सीएम राजोरिया, डीन एकेडमिक्स एंड स्टूडेंट्स वेलफेयर डॉ. संजय मिश्रा एवं आईक्यूएसी सेल कोऑर्डिनेटर डॉ. पवन वर्मा सहित सभी संकायों के अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्ष उपस्थित रहे।