Skip to main content

राजस्थान: 24 घंटे चले हंगामे के बीच विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित

RNE, Network.

लगभग 24 घंटे से राजस्थान विधानसभा में चल रहे हंगामे के चलते आखिरकार अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने सदन की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी। इससे पहले विधायक मुकेश भाकर को छह महीने के लिए सस्पेंड करने का निर्णय भी अध्यक्ष ने सुनाया। इसके बाद भी सदन में देर तक विपक्षी विधायक हंगामा करते रहे। सदन के बाहर मीडिया के सामने नेता प्रतिपक्ष सहित कांग्रेस नेताओं ने सरकार पर जमकर हमला बोला।

कल यूं शुरू हुआ हंगामा

दरअसल विधानसभा में सोमवार दोपहर से शुरू हुआ गतिरोध टूटा ही नहीं। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने मंत्रीपुत्र की नियुक्ति में नये बने कानून की अवहेलना का आरोप लगाया। कांग्रेस के विधायकों ने मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए सदन में प्रदर्शन कर दिया था। इस दौरान लाडनू के विधायक मुकेश भाकर को अध्यक्ष देवनानी ने निलंबित करने का निर्णय सुनाया तो कांग्रेस विधायक भड़क उठे। निलंबन वापस लेने की मांग पर सदन में धरना दे दिया और रातभर वहीं रहे।

आज भी शुरूआत हंगामा से:

मंगलवार सुबह से भी हंगामे के साथ ही कार्रवाई शुरू हुई। प्रश्नकाल आधे समय के बाद स्थगित करना पड़ा। हंगामा बढ़ता गया और सदन की कार्रवाई बाधित होती रही। इस बीच विधायक रमीला खड़िया लड़खड़ाकर गिर पड़ी। उनके लिए सदन में डॉक्टर भी बुलाना पड़ा। कांग्रेस इस बात पर अड़ी रही कि सबसे पहले मुकेश भाकर का निलंबन समाप्त किया जाए।

बातचीत बेनतीजा हुई:

हालांकि निलंबन वापसी के मुद्दे पर नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्यमंत्री, मुख्य सचेतक के बीच बीती शाम बातचीत भी हुई। मंगलवार को प्रस्ताव लाकर निलंबन वापस लेने का जिक्र भी हुआ लेकिन मंगलवार को कार्रवाई शुरू होते ही इस मुद्दे पर कांग्रेस ने फिर हंगामा कर दिया। कहा, पहले निलंबन वापस लो। अध्यक्ष देवनानी ने प्रश्नकाल के बाद इस मुद्दे पर निर्णय करने और तब तक निलंबित विधायक भाकर को बाहर भेजने के लिए कहा।

इस पर कांग्रेस तैयार नहीं हुई और सदन में रामधुन करने लगी, नारे लगने लगे। लगातार बढ़ते हंगामे के बीच अध्यक्ष देवनानी ने भाकर का निलंबन छह महीने का कर दिया और कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।