क्या, कोई इसे जानता है! बीकानेर में मिली युवती, हाथ पर कई टैटू, आश्रम में छोड़ा
RNE, BIKANER
सांवला रंग। बड़ी आंखें और आंखों में मानों हर वक्त किसी की तलाश। हर चेहरे को अजनबी की तरह देखते ही सशंकित होती है। काफी धीरज दिलाने के बाद थोड़ा संयत होती दिखती है लेकिन बोलती कुछ भी नहीं। लगता है मानसिक विमंदित है।
संभवतया यह घरवाले, परिजन या परिचित जानते हैं इसीलिये कलई पर खूब सारे टैटू गुदवा रखे हैं लेकिन अब ये भटकती हुई बीकानेर शहर में पहुंच गई और यहां अब तक कोई इसे पहचानता नहीं और ये भी संभवतया किसी को अब तक नहीं जान पाई है।
यह दास्ता है उस युवती की जो मंगलवार को बीकानेर से गुजरने वाले नेशनल हाइवे 62 पर खारा गांव के समीप मिली। इसकी उम्र लगभग 20 से 25 के बीच होगी। बदहवासी और डरी हुई हालत में देख कुछ लोगों ने इसके बारे में जानना चाहा तो वह बोली नहीं।
जानकारी मिलने पर जामसर के थानाधिकारी रविकुमार ने महिला कांस्टेबल ममता, सीएलजी मेंबर चमेली देवी व असहाय सेवा संस्था के सेवादार मोहम्मद जुनैद खान, राजकुमार खड़गावत आदि के सहयोग से इसे विमंदित गृह सेवा आश्रम पहंचाया है।
सेवादारों सहित पुलिस का आग्रह है कि कोई इसे पहचानता है तो घरवालों-परिजनों को बतायें या उनके बारे में सूचना दें ताकि युवती को सुरक्षित उसके अपनों तक पहुंचाया जा सके।