राज्यसभा में सभापति व विपक्ष के बीच तकरार, सत्ता पक्ष पर प्रहार
RNE, National Bureau
संसद के उच्च सदन राज्यसभा में पिछले एक सप्ताह से विपक्ष व सभापति के मध्य चल रही खींचतान आज तो बड़ी तकरार में बदल गई। विपक्ष खुलकर सभापति के विरोध में उतर आया। सूत्रों की माने तो लोकतंत्र के इतिहास में पहली बार शायद विपक्ष सभापति पर अविश्वास प्रस्ताव भी ला सकता है। जिसके लिए राज्यसभा के विपक्षी सांसदों के हस्ताक्षर कराये जा रहे हैं। 50 सांसदों के हस्ताक्षर इस प्रस्ताव के लिए जरूरी है। इस खबर की किसी ने भी पुष्टि नहीं की है मगर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में इस तरह की बातें चल रही है।
दरअसल राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे व सभापति जगदीप धनकड़ के मध्य कमोबेश हर दिन बहस होती ही है। खड़गे कभी न बोलने देने का आरोप लगाते हैं तो कभी सत्ता पक्ष की तरफ नरम रहने की बात कहते हैं।
मामला तब बिगड़ा जब एक दिन आसन पर सदस्य घनश्याम तिवाड़ी बैठे थे। उनकी बात को खड़गे ने दूसरे दिन सदन में सभापति के समक्ष उठाया। खड़गे ने कहा कि उन पर परिवार वाद की बात तिवाड़ी ने कही जो मेरा अपमान है। उनके शब्द कार्यवाही हटाए जायें। कांग्रेस व विपक्ष के सांसद तिवाड़ी से माफी मांगने की मांग करने लगे। शोरगुल हो गया। सभापति ने तब सदन में हस्तक्षेप करते हुए कहा कि वे इस मामले को देखेंगे और व्यवस्था देंगे।तब जाकर विपक्ष के सांसद शांत हुए।
तीन दिन पुराना वो मसला आज फिर खड़गे ने उठाना चाहा तो उनको रोक दिया गया। सभापति ने बताया कि चेम्बर में मेरे सामने खड़गे व तिवारी जी की बात हो गई। तिवारी जी ने खड़गे जी की तारीफ की और कहा कि यदि मेरी बात से खड़गे जी आहत हुए हैं तो मुझे क्षमा कहने में भी शर्म नहीं। इस पर कांग्रेस के सांसद जयराम रमेश खड़े हो गये और कहा चेम्बर में जो तिवाड़ी जी ने कहा वो सदन में भी कहे। इस पर शोरगुल हुआ। जयराम रमेश व सभापति के मध्य तकरार हुई।
ये मामला थोड़ा शांत हुआ तो जया अमिताभ बच्चन व सभापति के मध्य टकराहट हो गई। जया बच्चन ने कहा कि मैं कलाकार हूं बॉडी लैंग्वेज व भाषा और चेहरे के भावों को समझती हूं। उन्होंने सभापति पर ये कहते हुए आपत्ति जताई। तब सभापति भी तैश में आ गये। बात सेलिब्रिटी तक पहुंच गई। शोरगुल के मध्य समूचे विपक्ष ने वाक आउट कर दिया।
उनके इस कदम पर सत्ता पक्ष सभापति के पक्ष में खड़ा हो गया और विपक्ष की अनुपस्थिति में नेता सदन जे पी नड्डा ने विपक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव रख दिया।
सदन के बाहर आकर जया बच्चन ने सभापति के व्यवहार पर नाराजगी जताई और कई आरोप लगाये। जयराम रमेश ने कहा कि हम नेता प्रतिपक्ष का बारबार अपमान नहीं सह सकते। जब चाहे विपक्ष के सदस्यों का माइक बंद कर दिया जाता है। हमें ये सहन नहीं।
कुल मिलाकर इस बड़ी तकरार के चलते अब सदन की कार्यवाही चलना तो संभव नहीं दिखता। समूचा विपक्ष इस मसले पर आगे की रणनीति बनाने के लिए चर्चा कर रहा है।