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कृमि मुक्ति दिवस : खींवसर में मंत्री गजेंद्रसिंह ने राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आगाज किया

गेस्ट रिपोर्टर :

खींवसर से कृमि मुक्ति दिवस राज्य स्तरीय समारोह की कहानी हेमंत चंडीदान उज्जवल की जुबानी



  • आपणा टाबर देश रो भविष्य, इणारो स्वस्थ रेवणो घणो जरूरीः गजेन्द्रसिंह खींवसर
  • नागौर के खींवसर ब्लॉक मुख्यालय पर हुआ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस का राज्य स्तरीय कार्यक्रम
  • राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बच्चों को कृमि नाशक दवाई खिलाकर किया कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ

खींवसर-नागौर।

मंत्री ने किया मायड़ भाषा में संवाद : 

“आपणां टाबर देश रो भविष्य है, भारत ने नवनिर्माण मांय आपणी नुवीं पीढ़ी रो घणो योगदान हुसी, इण वास्ते टाबरां अर किशोर-किशोरयां रे स्वास्थ्य रो ध्यान राखणो घणो जरूरी है। पेट रे मांय कीड़ा सूं मुक्ति भी टाबरां रे स्वास्थ्य वास्ते जरूरी है, इण वास्ते सरकार अगस्त महीनां री 10 तारीख ने गांव-ढाणी तक कृमि मुक्ति दिवस मनावे। कृमि अस्वछता और गदंगी सूं फैले है अर संक्रमित मिट्टी सूं संचारित हुवै और पेट में कीड़ा होवण सूं टाबरां मांय कई तरह की बीमारियां होवण रो डर रैवे। इण वास्ते टाबरां ने साल-छह महीनां सूं एक बार कृमि मुक्ति री दवा जरूर देवणी चाइजै। आ खुशी अर गर्व री बात है कि इण साल 2024 री 10 अगस्त नै कृमि मुक्ति दिवस जेड़े राष्ट्रीय कार्यक्रम री शुरूआत म्हारे गांव खींवसर सूं करीजी हैं।”

ठेट अपनी मायड़ भाषा में आमजन से यह संवाद राज्य के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने किया। यह अवसर राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का था, जो नागौर जिले के राजकीय अस्पताल, खींवसर परिसर में आयोजित किया गया।

3.33 करोड़ को खिलाई जाएगी दवा : 

यहां भगवान धनवंतरी के तेल चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवल करने के बाद मुख्य अतिथि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री  गजेन्द्रसिंह खींवसर ने 1 से 19 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों तथा किशोर- किशोरियों को एलबेंडाजॉल की गोली खिलाकर कृमि मुक्ति दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस मौके पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस साल कृमि मुक्ति दिवस पर राज्य में 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के लगभग 3.33 करोड़ बच्चों व किशोर-किशोरियों को कृमि मुक्ति की दवा खिलाई जानी है।

ताकि स्वस्थ रहें हमारे होनहार : 

मंत्री खींवसर ने कहा कि कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक विकास, हीमोग्लोबिन स्तर, पोषण और बौद्धिक विकास पर भी हानिकारक प्रभाव डालता है। ऐसे में निश्चित समयांतराल पर कृमि मुक्ति (डिवर्मिंग) करने से कृमि संक्रमण (पेट के कीडो की समस्या) के फैलाव को रोका जा सकता है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने टीम हैल्थ राजस्थान को कार्यक्रम की सफलता की मंगलकामनाएं भी दी।

राणावत बोले, 17 को मॉपअप राउंड : 

कार्यक्रम में डॉ. सुनीतसिंह राणावत, निदेशक आरसीएच, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान ने कहा कि यह हर्ष और गर्व की बात है कि कृमि मुक्ति दिवस जैसे राष्ट्र व्यापी कार्यक्रम की शुरूआत राजस्थान में खींवसर की धरा से की गई और वो भी चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्रसिंह खींवसर द्वारा बच्चों को एलबेंडाजॉल की दवा खिलाकर। डॉ. राणावत ने कहा कि कृमि संक्रमण बच्चों के शारीरिक विकास, हिमोग्लोबिन स्तर, पोषण एवं बौद्धिक विकास के लिए उन्हें कृमि मुक्त रखना जरूरी है। आरसीएच निदेशक डॉ. राणावत ने बताया कि पेट में कीड़े (कृमि) से निजात दिलाने वाली एल्बेंडाजॉल की दवा प्रदेश के सभी विद्यालयों, महाविद्यालयों और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर निःशुल्क खिलाई जायेगी। इस अभियान के दौरान छूटे बच्चों को कृमिनाशक दवा खिलाने के लिए 17 अगस्त को मॉपअप दिवस आयोजित किया जाएगा ताकि एक भी बच्चा यह दवा खाने से नहीं छूटे।

हरियालो राजस्थान की थीम पर स्वागत : 

इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्य अतिथि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर का निदेशक, आरसीएच डॉ. सुनीतसिंह राणावत, परियोजना निदेशक, बाल स्वास्थ्य डॉ. प्रदीप चौधरी, संयुक्त निदेशक अजमेर जोन डॉ. सम्पतसिंह जोधा तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राकेश कुमावत ने माला व साफा पहनाकर तथा स्मृति चिन्ह व मुख्यमंत्री के हरियालो राजस्थान की संकल्पना के प्रतीक के रूप में पौधा भेंटकर अभिनंदन किया। इस अवसर पर खींवसर पंचायत समिति की प्रधान सीमा बीड़ियासर, ग्राम पंचायत खींवसर की सरपंच राजू देवी को भी पौधा व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद संयुक्त निदेशक डॉ. सम्पतसिंह जोधा ने ज्ञापित किया।

ये रहे मौजूद : 

कार्यक्रम में कृमि मुक्ति कार्यक्रम के जिला नोडल व अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शीशराम चौधरी, खींवसर के खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जे.के. सैनी, एनएचएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी राजीव सोनी, जिला लेखा प्रबंधक जीवनपाल, एपीडेमोलॉजिस्ट साकिर खान, एफसीएलओ सादिक त्यागी, एनीमिया मुक्त राजस्थान अभियान के जिला समन्वयक मालसिंह चारण, एनएचएम के बीपीओ दिनेश कुमार सेवग, उरमूल खेजड़ी संस्थान के देवाराम सहित टीम हैल्थ नागौर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा सहयोगिनी सहित बड़ी संख्या में आए बच्चों, किशोर-किशोरी, युवा व गणमान्य जनों ने भाग लिया।

मजबूत हो रहा राजस्थान का हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर : 

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेन्द्रसिंह खींवसर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के कुशल नेतृत्व में राजस्थान प्रगति के पथ पर आगे बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री की जन स्वास्थ्य कल्याणकारी सोच का परिणाम ही है कि आज राजस्थान का हैल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर गांव-ढाणी तक मजबूत हो रहा है।

55 हजार भर्तियां होगी : 

उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में किसी भी सरकारी चिकित्सा संस्थान पर चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टॉफ की कमी नहीं रहेगी, ऐसी कार्ययोजना पर राज्य सरकार काम कर रही है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में 55 हजार भर्तियां की जाएंगी, जिनमें से पांच हजार की भर्ती हो चुकी है। उन्होंने कहा कि विभाग में जल्द ही स्थानांतरण नीति लागू की जाएगी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खींवसर के उप जिला अस्पताल को राजकीय जिला अस्पताल में क्रमोन्नत कर दिया गया है, अब यहां इसी के अनुकूल सुविधाएं भी जल्द विकसित की जाएंगी।

खींवसर हॉस्पिटल का होगा विकास : 

मंत्री खींवसर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त निदेशक, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी तथा खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिए कि खींवसर के राजकीय जिला अस्पताल में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाएं, ट्रोमा सेंटर सहित अन्य विशेषज्ञ चिकित्सक व गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सेवाएं जल्द से जल्द विकसित की जाएं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि खींवसर के राजकीय जिला अस्पताल का नाम हैल्थ प्रोटोकॉल व चिकित्सा सुविधाओं के लिहाज से प्रदेश के टॉप सरकारी चिकित्सा संस्थानों में आना चाहिए, ऐसा सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के स्तर पर अस्पताल के विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी।