Skip to main content

Bikaner : 538 मिमी बारिश हो चुकी कोलायत में, बीकानेर में सड़कें बन गई दरिया

  • भारी बारिश: कोलायत के अंडरब्रिज में ट्रक डूबा, बीकानेर पानी-पानी
  • बीकानेर-कोलायत में मूसलाधार, सड़कें बन गई दरिया
  • बीकानेर में इस वर्ष अब तक सामान्य से दो गुना बारिश

राहुल हर्ष 

RNE Kolayat-Bikaner.

मानसून अब रौद्र रूप दिखा रहा है और बारिश राहत की बजाय आफत बनने लगी है। खासतौर पर गुरूवार को बीकानेर में जमकर बरसे मेघों ने शहर से गांव तक पानी-पानी कर दिया।

कोलायत में तालाब के बाद मंदिर की सीढ़ियां डूब चुकी है। हर ओर पानी नजर आ रहा है। इन सबके बीच गुरूवार दोपहर को शुरू हुई मूसलाधार पर बारिश ने कुछ ही देर मंे पूरे कस्बे को पानी-पानी कर दिया। हालात यह हो गई कि झझू चौराहे से रेलवे अंडर ब्रिज की तरफ नदी की तरह पानी पहले लगा। रेलवे अंडरब्रिज में एक ट्रक रूक गया। देखते ही देखते यहां इतना पानी भर गया कि ट्रक उसमंे पूरी तरह डूब गया। गनीमत यह रही कि इसमें सवार पहले ही बाहर निकल गया।

अंडरब्रिज के एक तरफ डूबा हुआ ट्रक नजर आ रहा है।

दूसरी ओर कोलायत के पास झझू और चक विजयसिंह पुरा में भी जमकर बारिश हो रही है। ऐसे में डर सता रहा है कि अगर झझू का नाला इस बार भी नदी का रूप लेकर कोलायत की तरफ आ गया तो हालात बहुत विकट हो सकते हैं। जब भी यह नाला बहता है कोलायत की निचली बस्तियां डूब जाती है। पूरे कस्बे मंे पानी पसर जाता है और अत्यधिक नुकसान होता है। अब तक झझू, मढ़, कोटडी, चानी, भोलासर, टेचरी फांटा आदि गांवों में तेज बारिश के समाचार है।

बीकानेर रेलवे स्टेशन पर प्लेटफार्म के बराबर पानी।

बीकानेर रेलवे स्टेशन पर पटरियाँ डूबी,  प्लेटफार्म के बराबर पानी : 

बीकानेर रेलवे स्टेशन पर पटरियों के ऊपर लगभग तीन फीट पानी भर गया। खासतौर पर प्लेटफार्म संख्या 04-05 के पास पटरियाँ इस कदर डूबी कि प्लेटफार्म के बराबर पानी भर गया। यहाँ आने-जाने वाली ट्रेनों को दूसरे प्लेटफार्म पर शिफ्ट करने की घोषणाएँ होती रही।

कोटगेट पर नदी चली, निचली बस्तियां डूबी:

बीकानेर शहर मंे भी लगभग साढ़े चार बजे हलकी बौछारें शुरू हुई तो कुछ ही देर में मूसलाधार में बदल गई है। कोटगेट के आगे सड़क एक बार फिर नदी बन गई। नयाकुआं और जोशीवाड़ा दो हिस्सों से बहते आये पानी का बहाव इतना तेज था कि इसमें गाड़िया गिरती, बहती दिखी।

एक बार फिर इस इलाके के लोगों ने आपदा राहत का काम अपने हाथों मंे लिया। गेट आगे युवकों की एक टीम चैन बनाकर खड़ी हो गई। किसी को बहने, डूबने या गिरने से बचाने के लिए ये युवक लगभग एक घंटे तक यहां खड़े रहे। बारिश बंद होने और पानी उतरने के बाद भी यहां से हटे। गेट से बाहर निकलकर केईएम रोड की ओर से बहते हुए पानी का बहाव और तेज हो गया। वजह, इसमें सट्टा बाजार और सांखला फाटक की तरफ से भी पानी आ मिला।

गोगागेट के बाहर जमा पानी में फंसी कई गाड़ियां।

गोगागेट से सर्किल की ओर से बढ़ते हुए गौड़ी पार्श्वनाथ मंदिर के पास सड़क पर दो से तीन फीट तक पानी जमा हो गया। यहां बीसियों गाड़ियां बंद हो गई और लोगों को गाड़ियां धकेलते हुए घुटनों तक पानी मंे चलना पड़ा।

गिन्नाणी मंे जहां अब तक पानी पड़ा है वहीं इस बारिश के बाद थोड़ा और बढ गया। रेलवे स्टेशन के आगे जमा पानी ने लगभग एक घंटे तक आवाजाही रोक दी। इस दौरान जिन लोगांे को ट्रेन मंे जाना था उनको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

बीकानेर में दो गुना से ज्यादा बारिश:

बीकानेर जिले में मानसूनी बारिश गुरूवार सुबह तक 318.11 मिली हो चुकी है। मतलब यह कि 1 जून से 14 अगस्त रात्रि तक जिले मंे इतनी बारिश हुई है। सामान्य इतने दिनों मंे 166.77 मिमी बारिश होती है। मतलब यह कि आज सुबह तक ही सामान्य से 91प्रतिशत यानी लगभग दो गुना बारिश हो चुकी है। गुरूवार शाम को हुई मूसलाधार बारिश इसमें शामिल नहीं है। ऐसे में लगता है कि इस बार बारिश बीते कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ने जा रही है।

जिले में सबसे ज्यादा बारिश कोलायत में:

बीकानेर जिले में सर्वाधिक बरसात कोलायत में हुई है। यहां मानसून सीजन में गुरूवार सुबह तक 538 मिमी बारिश हो चुकी है। शाम को तीन घंटे हुई मूसलाधार बारिश इसमें शामिल नहीं है। ऐसे में यह आंकड़ा 600 मिमी के आस-पास जाने का अनुमान है।

जानिये अब तक कहां, कितनी बारिश:

  • बीकानेर शहर     185
  • बीकानेर ग्रामीण   231
  • बज्जू 192
  • छत्तरगढ़ 268
  • खाजूवाला 392
  • कोलायत 538
  • लूणकरणसर 204
  • नोखा 183
  • पूगल 387
  • श्रीडूंगरगढ़ 468

(बारिश का आंकड़ा मिली मीटर में एक जून से 15 अगस्त सुबह 08ः30 बजे तक, स्रोत-जल संसाधन विभाग ।)