जैसलमेर के एमई प्रकाश माली, जालौर के एएमई राजेंद्र चौधरी सस्पेंड
- खनिज विभाग में बड़ी कार्रवाई : दो अभियंता, एक बाबू सस्पेंड
- सीएम मीटिंग के बाद सख्त हुआ खनिज विभाग
- तीन पर गिरी गाज, कुछ और लपेट में आएंगे
- उदयपुर मुख्यालय के वरिष्ठ सहायक मुकेश कुमार को भी सस्पेंड किया
- काम के प्रति लापरवाही और अनियमितता पर का आरोप
RNE Network, Jaipur.
राजस्थान में खनिज विभाग जीरो टोलरेंस के लिहाज से सख्ती के मोड पर आ गया है। अनियमितताओं और काम में लापरवाही के चलते दो अभियन्ताओं और एक वरिष्ठ सहायक को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही कई और अधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना जताई जा रही है। दरअसल यह सख्ती मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मौजूदगी में हुई मीटिंग के बाद हुई है। सीएम खुद खनिज मंत्री भी है। उन्होंने मीटिंग में अनियमितताओं की शिकायतों पर नाराजगी जताई। जीरो टोलरेंस का मंत्र दिया। इसके बाद शनिवार को यह सख्त कार्रवाई हुई है।
इसलिए किया सस्पेंड :
राज्य सरकार ने दो अलग-अलग आदेश जारी कर कार्य में लापरवाही व अनियमितता बरतने पर खान एवं भूविज्ञान विभाग के दो अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया है। आदेशों के अनुसार खनिज अभियंता सतर्कता जैसलमेर प्रकाश माली को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। माली का निलंबन काल के दौरान मुख्यालय उदयपुर रखा गया है।
इसी तरह से एक अन्य आदेश में सहायक खनिज अभियंता जालौर राजेन्द्र चौधरी को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। चौधरी का निलंबन काल में मुख्यालय उदयपुर किया गया है। इसके साथ ही कार्य में लापरवाही पर उदयपुर मुख्यालय के वरिष्ठ सहायक मुकेश कुमार को भी निलंबित किया है। निलंबन काल में वे अतिरिक्त निदेशक कोटा कार्यालय में उपस्थिति देंगे।
राज्य सरकार ने अधिकारियों-कर्मचारियों को निलंबित कर स्पष्ट संदेश दे दिया है कि क्षेत्र में अवैध खनन गतिविधियों पर कार्रवाई में शिथिलता, राजकीय कार्य में लापरवाही और अनियमितता किसी भी हालात में बर्दाश्त नहीं की जाएगी।