बीकानेर : 19 कार्यपालक मजिस्ट्रेट लगाये, श्रीगंगानगर में भी स्कूलों की छुट्टी
- भारत बंद के समर्थकों की बीकानेर के आनंद निकेतन में मीटिंग
- संभागीय आयुक्त, आईजी, कलेक्टर, एसपी ने शांति की अपील की
- अफवाह फैलाने पर कार्रवाई होगी
RNE Bikaner-Shriganganagar.
अजा-जजा आरक्षण में क्रीमीलेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में कल 21 अगस्त को भारत बंद के लिहाज से प्रशासन जहां पूरी तरह चक चौबन्द हो गया है वहीं बंद समर्थकों ने भी तैयारी मीटिंग की है। इस बीच बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, दौसा, डीग आदि जिलों के बाद श्रीगंगानगर में भी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी गई है। बीकानेर में संभागीय आयुक्त वंदिता सिंघवी, आईजी ओमप्रकाश, कलेक्टर नम्रता वृष्णि, एसपी तेजस्वनी गौतम आदि अधिकारियों ने मीटिंग कर स्थिति की समीक्षा की।
बीकानेर में कोटगेट से कलेक्ट्रेट तक जुलूस :
भारत बंद को लेकर एससी-एसटी वर्ग के विभिन्न संगठनों की बैठक आयोजित की गई जिनमे कल के कार्यक्रम की अंतिम रूपरेखा तैयार की गई। इसके लिए आनंद निकेतन में हुई मीटिंग में तय किया गया कि कोटगेट से प्रेम जी प्वाइंट, अंबेडकर सर्किल, तुलसी सर्किल होकर कलेक्ट्रेट परिसर तक जुलूस पहुंचेगा। कल 11:00 जिला कलेक्टर को सामूहिक संघर्ष समिति द्वारा राष्ट्रपति के नाम सुप्रीम कोर्ट के एससी एसटी वर्ग में वर्गीकरण के फैसले के खिलाफ ज्ञापन दिया जाएगा। कल के बंद को शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से आयोजित करने के लिए विभिन्न संगठनों ने एक राय होकर सहमति प्रदान की।
युवाओं-बुद्धिजीवियों की कमेटी :
भारत बंद को शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से सफल बनाने के लिए एक कमेटी का गठन किया गया। इस कमेटी में एससी-एसटी वर्ग के युवाओं और बुजुर्ग बुद्धिजीवियों को शामिल किया गया। एससी-एसटी के विभिन्न संगठनों ने कल होने वाले भारत बंद को सफल बनाने के लिए बीकानेर के व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूलों, कोचिंगों इत्यादि से शांतिपूर्ण तरीके से भारत बंद हेतु समर्थन व सहयोग की अपील की है।
ये संगठन शामिल :
मीटिंग और बंद समर्थन में अजाक, वेलफेयर सोसाइटी राजस्थान, शिक्षक संघ अंबेडकर, भीम आर्मी ,भीमसेना ,एलआईसीअनुसूचित जाति अधिकारी कर्मचारी संगठन आदि विभिन्न संगठनों ने शांतिपूर्ण तरीके से वह अनुशासित तरीके से इस भारत बंद को सफल बनाने के लिए समर्थन में सहयोग की अपील की है।
बीकानेर कलेक्टर ने कार्यपालक मजिस्ट्रेट बनाये :
बुधवार को प्रस्तावित भारत बंद के मद्देनजर बीकानेर शहर और ग्रामीण क्षेत्र में कानून एवं शांति व्यवस्था संधारण के लिए 19 अधिकारियों को कार्यपालक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया है। इन अधिकारियों की नियुक्ति थाना क्षेत्रवार और उपखंडवार की गई है।
कार्यपालक मजिस्ट्रेट की ये ज़िम्मेदारी :
जिला मजिस्ट्रेट नम्रता वृष्णि द्वारा जारी आदेश अनुसार सभी मजिस्ट्रेट उन्हें आवंटित क्षेत्र में संबंधित पुलिस अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए लगातार गश्त व निगरानी रखेंगे। अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी रैली, जुलूस, प्रदर्शन में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु पूर्णरूप से उत्तरदाई होंगे। अपने क्षेत्र में पुलिस अधिकारियों से समन्वय रखते हुए ज्ञापन (यदि कोई हो) को प्राप्त कर उसे जिला मजिस्ट्रेट को सूचित करेंगे। सभी कार्यपालक मजिस्ट्रेट बुधवार को सुबह से ही अपने आवंटित क्षेत्र में भ्रमण करेंगे एवं क्षेत्र में कानून व्यवस्था की स्थिति से उच्चाधिकारियों को सतत रूप से अवगत कराएंगे। किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने नहीं देंगे। इसके अतिरिक्त जिले के समस्त उपखण्ड मजिस्ट्रेट तथा तहसीलदार एवं कार्यपालक मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्र में संबंधित थानाधिकारी से समन्वय स्थापित कर कानून एवं व्यवस्था बनाए रखेंगे। शहरी क्षेत्र के लिए अति. जिला मजिस्ट्रेट (नगर) श्री उम्मेद सिंह रतनू एवं समस्त ग्रामीण क्षेत्र के लिए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (प्रशासन) डॉ. दुलीचंद मीना प्रभारी मजिस्ट्रेट होंगे।
श्रीगंगानगर में स्कूलों की छुट्टी, कलेक्टर ने की मीटिंग :
श्रीगंगानगर में प्रस्तावित भारत बंद के मद्देनजर जिले के समस्त राजकीय और निजी विद्यालयों में 21 अगस्त 2024 को अवकाश रहेगा। जिला कलक्टर लोक बंधु ने इस संबंध में आदेश जारी कर जिले के समस्त राजकीय एवं निजी विद्यालयों में 21 अगस्त को अवकाश घोषित किया है। प्रस्तावित बंद के दौरान जिले में कानून व्यवस्था बरकरार रखने के संबंध में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर लोकबंधु ने बंद के आयोजनकर्ताओं और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। कहा, बंद के दौरान कानून व्यवस्था और शान्तिपूर्ण माहौल बनाये रखने में सभी सहयोग करें।
जबरदस्ती न करें, शांतिपूर्ण तरीके से बात रखें :
बैठक में आयोजनकर्ताओं और व्यापारिक संगठनों को जिला कलक्टर ने बताया कि इस संबंध में माननीय केन्द्रीय मंत्री द्वारा स्पष्ट कर दिया गया है कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान में प्रदत्त आरक्षण को लेकर कोई बदलाव नहीं किया जा रहा है। इसलिए आरक्षण का समर्थन करने वाले संगठन प्रस्तावित बंद में शामिल न हों। उन्होंने कहा कि इसके बावजूद अगर कोई बंद में शामिल होता है, तो शान्तिपूर्ण तरीके से अपनी बात ज्ञापन के माध्यम से प्रस्तुत करे। जबरदस्ती बंद नहीं करवाया जाये। इस दौरान आवश्यक सेवाएं जारी रहेंगी। उन्होंने सोशल मीडिया से फैलने वाली अफवाहों पर ध्यान नहीं देने का आह्वान करते हुए कहा कि आयोजनकर्ता और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि बंद के दौरान जागरूक तथा सावचेत रहकर शान्तिपूर्ण व्यवस्था बनाये रखने में योगदान दें।
एसपी बोले, आयोजक-व्यापारी अपनी ज़िम्मेदारी समझें :
जिला पुलिस अधीक्षक गौरव यादव ने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात शान्तिपूर्ण रूप से रखने का अधिकार है। इसलिए प्रस्तावित बंद के दौरान आयोजनकर्ता अपनी मांग के संबंध में ज्ञापन जिला प्रशासन को प्रतिनिधि मंडल के माध्यम से शान्तिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत कर सकते हैं। बलपूर्वक दुकान और बाजार बंद नहीं करवाए जायें। जिले में कहीं भी किसी भी तरह का टकराव न हो और कानून व्यवस्था नहीं बिगड़े, इसके लिये आयोजनकर्ता और व्यापारिक संगठन अपनी जिम्मेदारी समझें। अगर कोई बंद का समर्थन नहीं करता है, तो उसका विरोध नहीं किया जाये।। कानून व्यवस्था प्रभावित होने पर संबंधित आयोजक की जिम्मेदारी होगी।
इस दौरान आयोजनकर्ताओं और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन को आश्वस्त किया कि 21 अगस्त को प्रस्तावित बंद के दौरान शान्ति एवं कानून व्यवस्था बरकरार रखने में सभी अपना सहयोग देंगे। सभी शान्तिपूर्ण बंद के समर्थन में हैं। बंद के विरोध में कोई नहीं है। इस अवसर पर एडीएम सतर्कता नरेन्द्र पाल सिंह, गंगानगर एसडीएम जीतू कुलहरी, सीईओ सिटी बी.आदित्य, प्रशिक्षु आईएएस रजत यादव, आयोजनकर्ता और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।