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BHARAT BANDH : बीकानेर में सुबह सन्नाटा, 12 बजे खुल गया आधे से ज्यादा बाजार

RNE, BIKANER. 

एससी-एसटी रिजर्वेशन में आरक्षण के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में भारत बंद का बीकानेर में आंशिक असर नजर आया।

हालांकि सुबह सन्नाटा रहा और सड़कों पर नीली झंडियां थामे युवाओं की टोलियां घूमती रही लेकिन मुख्य मार्गों को छोड़ बाकी बाजार खुलने लगे। दोपहर 12 बजते-बजते कई बाजारों में दुकानें खुल गई।

यहां तक कि शहर के सबसे प्रमुख महात्मा गांधी मार्ग पर भी प्रदर्शनकारियों का जुलूस गुजरने के बाद दुकानें खुलने लगी।

दरअसल भारत बंद का आहवान देखते हुए सुबह से एकबारगी व्यापारी-दुकानदार दुकानें खोलने को लेकर असमंजस में दिखे।

खासतौर पर तीज-त्योहार का दिन होने और बड़ी खरीदारी का दिन होने के बावजूद बाजार बंद होने से उनके चेहरों पर परेशानी दिख रही थी। बाजार में भी सुबह से बंद समर्थकों का बोलबाला था लेकिन यह शहर में कोटगेट, महात्मा गांधी मार्ग, स्टेशन रोड और इससे सटते खास हिस्सों में ही दिखा।

ऐसे में धीरे-धीरे शहर के बाकी बाजार खुलने लगे। तीज-त्योहार की खरीदारी होने लगी। आखिरकार जब प्रदर्शनकारियों का जुलूस कोटगेट से रवाना हुआ और कलेक्ट्रेट की तरफ बढ़ा तो जहां-जहां से जुलूस गुजरता गया उन इलाकों में एक-एक कर दुकानें खुलती रही।

सोशल मीडिया के जमाने में बाजार खुलने की खबर पहुंचने लगी और खरीदार भी बाजार में पहुंचने लगे। हां, पुलिस पूरी तरह चौकस रही। ऐसे में दुकानदारों का आत्मविश्वास थोड़ा बढ़ा।

यूं निकला जुलूस :

प्रदर्शनकारियों का जुलूस कोटगेट से रवाना हुआ। हाथों में झंडे लिये नारे लगाते सैकड़ों लोगों का हुजूम प्रेमजी प्वाइंट से मॉडर्न मार्केट की ओर से घूम गया। यहां से आंबेडकर सर्किल पहंचा।

आंबेडकर सर्किल पर जमकर नारेबाजी हुई। इसके बाद यह जुलूस कलेक्ट्रेट की ओर मुड़ गया। कलेक्ट्रेट पहुंच जमकर नारेबाजी हुई। हाथों में तख्तिया-झंडिया लिये लोगों पूरे परिसर का चक्कर लगाया।

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