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चारित्रिक गुणों के विकास से ही व्यक्तित्व का विकास संभव है : प्रो. दिग्विजय सिंह

RNE, BIKANER. 

अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ की स्थानीय इकाई महारानी सुदर्शन गर्ल्स कॉलेज में आज प्रदेश संगठन मंत्री प्रो. दिग्विजय सिंह के मुख्यातिथ्य में अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के उपलक्ष में समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का प्रारंभ मां सरस्वती के माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर तथा अहिल्याबाई होलकर के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया।

कार्यक्रम का विषय प्रवर्तन करते हुए विभाग सहसंयोजक प्रोफेसर उज्ज्वल गोस्वामी में लोकमाता के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त अहिल्याबाई के चारित्रिक गुणों पर प्रकाश डाला।

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रोफेसर शशिकांत ने विभिन्न प्रसंगों को प्रस्तुत कर अहिल्याबाई होल्कर की राजनीतिक कुशलता तथा व्यक्तित्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति में कुछ ना कुछ विशेषताएं होती हैं, इन विशेषताओं के आधार पर जिस प्रकार अहिल्याबाई होलकर एक सामान्य परिवार से होते हुए भी राज परिवार का हिस्सा बन सफल प्रशासिका के रूप में ख्याति प्राप्त कर पायी ।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रोफेसर दिग्विजय सिंह ने छात्राओं को जीवन में सफलता के मूल मंत्र देते हुए कहा कि हमें जीवन में अपने चारित्रिक गुणों का निरन्तर विकास करना चाहिए तथा समाज के श्रेष्ठ उद्धरणों का निरन्तर अनुसरण करना चाहिये

कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य प्रोफेसर अभिलाषा आल्हा ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए अहिल्याबाई होलकर के जीवन वृतांत के महत्वपूर्ण प्रसंगों को भी प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में महाविद्यालय संकाई सदस्यों के साथ बड़ी संख्या में विद्यार्थियों ने भी सहभागिता की।