राहत: डेढ़ साल की नीरू 35 फीट गहराई में फंसी थी, 17 घंटे आपरेशन चला सकुशल निकाला
- पहले एंगल में अटकाकर निकालने की कोशिश की, फिरसुरंग बनाकर बचाया
RNE Network. Dausa.
पूरे राजस्थान में एक खुशखबरी फेल रही है। नीरू सकुशल निकाल गई। मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक सबसे चर्चित यह डेढ़ साल की बच्ची 17 घंटों तक 35 फीट की गहराई में फंसी रही। इसे बचाने के लिए मौके पर NDRF भी पहुंची और लगभग 12 घंटे खुदाई की। आखिरकार जब यह बाहर निकली तो लगातार रोये जा रही माँ के आँसूओं की धार और तेज हो गई लेकिन इस बार आँसू खुशी के थे।
नीरू को चैकअप के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया है। हालांकि बाहर निकालकर वह काफी खुश दिख रही है।
मामला यह है :
दरअसल दौसा के जोधपुरिया गांव स्थित एक खेत में बने लगभग 35 फीट गहरे गड्ढे में डेढ़ साल की बच्ची नीरू गुर्जर गिर गई। बच्ची नीरू के घर के पास ही खेत है। खेत में बाजरे की फसल खड़ी है। एक कोने में करीब 600 फीट गहरा बोरवेल है। बोरवेल के पास बारिश से गहरा गड्ढा हो गया है। इसी में नीरू बुधवार लगभग 05 बजे गिर गई और फंस गई।
यूं निकालने की कोशिश चली :
घटना की सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। रात करीब 9.30 बजे किशनगढ़ से एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची। एनडीआरएफ की टीम ने 2 बार बच्ची को बाहर निकालने के लिए एंगल सिस्टम से कोशिश की, लेकिन दोनों बार बच्ची ने एंगल को नहीं पकड़ा।
हालांकि बच्ची को बचाने के लिए गड्ढे के चारों और लगभग 12 घंटे आरडी खुदाई चली। इसके बाद आज सुबह सुरंग बनाकर पाइप के जरिये NDRF की टीम बच्ची तक पहुंची और उसे बचा लिया। नीरू के बाहर आते ही भगवान के जयकारों के साथ वंदे मातरम उद्घोष गूँजे।
रात भर कैमरों से नजर, दूध पहुंचाया, ऑक्सीज़न पाइप छोड़ा :
बच्ची को बचाने के लिए रात भर उसकी पोजीशन पर कैमरों से नजर रखी गई। दूध पहुंचाया। ऑक्सीज़न की पाइप भी अंदर छोड़ी गई। इसके साथ ही बार-बार माँ भी उसे पुकारती रही और माइक से बात करती रही। बेटी को पुकारते हुए हौसला दिखाती और मुंह घुमाकर रोती रही। टीमों ने भी एंगल के जरिये 12 बार उसे निकालने की कोशिश की लेकिन उसने एंगल को नहीं पकड़ा। आखिरकार सुरंग बनाकर ही निकाला गया।