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Rajasthan : टिम्मा पर केस, परीक्षा केंद्रों पर सिक्खों के ककार उतारने पर रोष

  • श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ की जत्थेबंदियां गृह राज्यमंत्री बेढ़म से मिली
  • भाजपा विचार करें कि 35 साल तक वोट देने वाले सिख उनसे दूर क्यों हो रहे

RNE Network, ShriGanganagar.

श्री गंगानगर व हनुमानगढ़ की सिख जत्थेबंदिया धर्म प्रचार कमेटी के चेयरमैन तेजिंदर पाल सिंह टिम्मा की अगवाई में गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मिली। टिम्मा ने सिख कौम का आक्रोश जाहिर करते हुए गृहमंत्री से कहा, लगातार राजस्थान में सिक्खों की धार्मिक आज़ादी का हनन किया जा रहा है।

परीक्षा केंद्रों सहित अन्य स्थानों पर जबरदस्ती सिक्खों को धार्मिक चिन्ह उतार प्रवेश करने की अनुमति दी जाती है। जब सिख जत्थेदारों ने विरोध जताया तो श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा निष्कासित लोगों को आगे कर देशद्रोह के केस डाल दिए जाते हैं ताकि कोई विरोध न कर सके।

 

35 साल वोट दिये, अब दूरी पर चिंतन करें : 

टिम्मा ने कहा कि भाजपा को आत्मचिंतन करना चाहिए कि ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद लगातार 35 साल सिक्खों ने भाजपा को वोट डाले। क्या वजह है कि सिख अब भाजपा से दूर हो गए। टिम्मा ने स्पष्ट किया कि भाजपा को याद रखना चाहिए कि हर पगड़ीधारी सिख नही होता। सिख एक सिद्धान्त एक किरदार है।

बेढ़म ने शरणपाल सिंह को दी जिम्मेदारी: 

गृहमंत्री ने आश्वस्त किया कि आगे से ऐसा कोई कार्य नही होगा जिससे सिख भावनाएं आहत हों। उन्होंने जिला अध्यक्ष शरणपाल सिंह की ड्यूटी लगाई कि वो सिक्खों पर दर्ज हुए सभी केसों की लिस्ट लेकर उनसे जयपुर में मिलें।

शिष्टमंडल में ये शामिल : 

शिष्टमंडल ने उन्हें ज्ञापन प्रेषित किया।शिष्टमंडल में बाबा गगनदीप सिंह, बीबी हरमीत कौर गोलूवाला, जत्थेदार राज सिंह खालसा, शिवचरण सिंह बुगलियाँवाली, निर्मल सिंह खरलियाँ, सतनाम सिंह लाडा, हरप्रीत सिंह बबलू, स्वर्ण सिंह फौजी, गुरप्रीत सिंह सिधू,

कुलविंदर सिंह राजू, जत्थेदार गुरदित सिंह, निहाल सिंह करनपुर, गुरमीत सिंह बसंती चौंक, संतोख सिंह गोलूवाला, बलकरण सिंह करणी, शैलेन्द्र सिंह सूरतगढ़, जगदेव सिंह, दलीप सिंह धुरी, जसवीर सिंह, हरसिमरन सिंह, निहंग सिमरन सिंह सहित बड़ी संख्या में सिख जत्थेदार मौजूद थे।