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सांय 7 बजे से स्थानीय टाउन हॉल में नाटक “उधार का पति” मंचन आज

RNE, BIKANER.

संकल्प नाट्य समिति बीकानेर द्वारा नाटक उधार का पति का मंचन आज सांय 7 बजे स्थानीय टाउन हॉल में किया जाएगा । नाटक उधार के पति का लेखन वनमाला भवालकर ने किया है और इस नाटक के निर्देशक है युवा रंगकर्मी दीपांकर चौधरी ।

इस नाटक की कहानी झूठ पर आधारित है, जो कि शीला ने बोली है। शीला इस कहानी की मुख्य पात्र है। कुछ साल पहले शीला ने अपने दादाजी के घर से भाग कर शहर में अशोक से शादी कर ली और खुशी खुशी गरीबी में जिंदगी बिताने लगी पर शीला ने दादाजी तक ये खबर पहुंचा दी की वो बहुत रहिसायी में ठाठ-बाट से रहती है। एक दिन अचानक इतने सालो बाद दादाजी अपने गिले शिकवे भुलाकर शीला से मिलने आ जाते है ।

शीला के पास दिखाने के लिए गरीबी के सिवा कुछ नही है, इसलिए उसने अपने पति अशोक को नौकर बना दिया रहिसायी दिखाने के लिए, शीला को इतने सालो बाद देखकर दादाजी का प्यार उमड़ आया और अपनी संपत्ति शीला को देने का मन बना लिया पर इसके लिए दादाजी को अशोक से मिलना पड़ेगा। संपत्ति के लालच में शीला ने एक “उधार का पति” मंगवा लिया, अब संपत्ति शीला की हो या ना हो स्थिति तो हास्यप्रद जरूर होगी। नाटक हास्य एवं व्यंग्य उत्पन्न करता है ।

प्रदर्शन प्रभारी समिति के मो. वसीम राजा “कमल” ने बताया कि इस नाटक में मंच पर रजनी सारस्वत, दीपांकर चौधरी, आमिर हुसैन, राहुल चावला, चांदनी दम्माणी, मोहित गज्जानी, पूजा बारिया, यशराज व्यास होंगे और मंच पार्श्व में काननाथ गोदारा, प्रियांशु सोनी, आर जे विराज, पृथ्वीसिंह राठौड़, कशिश गोस्वामी, स्वाति गोरवानी, पीहू ठाकुर होंगे । यह नाटक बीकानेर के वरिष्ठ रंगकर्मी, निर्देशक स्व. श्री आनंद वि. आचार्य को समर्पित है ।