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ACIPS-NZ 2024 : इंडियन साईक्रेटिक सोसाइटी नॉर्थ जॉन की कान्फ्रेस 28-29 को बीकानेर में

  • आत्महत्या, सामाजिक कुरीतियां, नशा रोकथाम तथा सांस्कृतिक परिवेश परिदृश्य के साथ उपचारों के नवाचारों पर होगा मंथन

RNE Bikaner.

मानसिक रोग एवं नशामुक्ति विभाग (DIMHANS), सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज एवं पीबीएम हॉस्पिटल बीकानेर व बीकानेर साईक्रेटिक कि इण्डियन साईक्रेटिक सोसायटी नार्थ जोन को 49वीं वार्षिक दो दिवसीय कांफ्रेंस ACIPS-NZ 2024 के आयोजन दिनांक 28 व 29 सितम्बर 2024 को श्री गणेशम रिसोर्ट में किया जा रहा है। इस कांफ्रेंस में करीब 500 साईक्रेटिक हिस्सा लेकर मानसिक रोग चिकित्सा के क्षेत्र में अर्जित अपने ज्ञान को परस्पर साझा करेंगे। इस कान्फ्रेंस में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार अर्जुन राम मेघवाल व विशिष्ठ अतिथि के रूप में कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा होंगे।

कॉन्फ्रेंस की थीम यह है : 

एसपी मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉक्टर गुंजन सोनी ने बताया, इस कान्फ्रेस की थीम कल्चर मिल्यु एवं मेन्टल इलनेस है। सांस्कृतिक और समाजिक कारक, मानसिक बीमारियों के प्रति रवैया उसके लक्षण, लक्षणों की प्रस्तुति, निदान और परिणाम को प्रभावित करते हैं। विभिन्न समाजों व संस्कृतियों में लक्षणों की प्रस्तुति भिन्न-भिन्न होती है जैसे घात रोग, माता आ जाना, भूत प्रेत आ जाना आदि भारतीय परिवेश में आम है। अतः सांस्कृतिक व सामाजिक परिवेश का मानसिक रोगों में महत्वपूर्ण स्थान होता हैं। कान्फ्रेंस के माध्यम से इस तरह के कई पहलुओं पर ध्यान दिया जाएगा ताकि मरीजों के सांस्कृतिक परिवेश को ध्यान में रखते हुए उचित इलाज किया जा सकें। इस कान्फ्रेंस में मानसिक रोगों एवं उसके इलाज से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की जायेगी।

अनुसंधान करने वालों को अवार्ड : 

आयोजन समिति के सचिव डॉक्टर श्रीगोपाल गोयल ने बताया कि इस कान्फ्रेंस में उत्तरी भारत से मानसिक स्वास्थ्य एवं मनोचिकित्सा में हुए अनुसंधानों को विभिन्न पुरस्कारों जैसे डॉ० बक्शी अवार्ड, डॉ० जी डी कूलवाल अवार्ड, डॉ० जी सी बोरल अवार्ड, डॉ० वी डी मील अवार्ड, आदि से नवाजा जायेगा साथ ही सीविनियर बुक का भी विमोचन किया जायेगा।

डिप्रेशन, OCD, सिजोफेनिया पर वर्कशॉप : 

कार्यक्रम के अंत में दो कार्यशालाओं का आयोजन किया जायेगा। जिसमें एम्स दिल्ली से प्रोफेसर डॉ० नन्द कुमार व अपोलो हॉस्पिटल दिल्ली से डॉक्टर शैलेश झा 1TMS व IDCS जैसी न्यूरोमॉडयूलेटरी मशीन पर चर्चा करेंगें। यह नई चिकित्सा पद्धति विभिन्न प्रकार के मानसिक रोग जैसे डिप्रेशन, OCD, सिजोफेनिया, बाईपोलर डिसऑर्डर, सरदर्द एवं सोमेटोफॉर्म डिसऑर्डर जैसी बीमारियों के इलाज में काफी कारगर रहेगी। एम्स ऋषिकेश से प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ० रवि गुप्ता पॉलीसोम्नोग्राफी पर कार्यशाला का संचालन करेंगे। जिसमें स्लीप डिस्ऑर्डर से सम्बंधित बीमारियों को पहचाना जाता है।

ये ख्यातनाम डॉक्टर शामिल होंगे : 

इण्डियन साइकेट्रिक सोसायटी के नेशनल प्रेसिडेंट डॉक्टर लक्ष्मीकांत राठी, महाराष्ट्र से वाइस प्रेसिडेंट डॉक्टर सविता मल्होत्रा चंदीगढ़ से, जनरल सेक्रेटरी डॉक्टर अमृत पत्तोजोशी भुवनेश्वर से व इण्डियन साइकेट्रिक सोसायटी नार्थ जोन से शामिल होंगें प्रेसिडेंट डॉक्टर मनता सूद एम्स दिल्ली से, वाइस प्रेसिडेन्ट डॉक्टर गुरविन्दर पाल सिंह एम्स भटींडा से, सेक्रेटरी डॉक्टर नरेश नेबीनानी एम्स जोधपुर से ट्रेजरार- डॉक्टर गुलबहार सिद्धू पंजाब से, एडिटर डॉक्टर संदीप ग्रोबर पी.जी.आई. चढीगढ़ से इस कान्फ्रेस में शामिल होंगे।

इनकी खास मौजूदगी : 

सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज बीकानेर के प्रिसिंपल एवम कंट्रोलर डॉक्टर गुंजन सोनी व अधीक्षक डॉक्टर पी के सैनी बतौर गेस्ट ऑफ ऑनर में शामिल होगें। इनके अलावा उत्तरी भारत से प्रख्यात साइकेट्रिस्ट डॉक्टर पी. कुलहारा, डॉक्टर शिव गौतम जयपुर से, डॉक्टर निमेष देसाई दिल्ली से. डॉक्टर सुधीर खंडेलवाल दिल्ली से, डॉक्टर अशोक सिंघल, डॉक्टर के. के. वर्मा, डॉक्टर रूप सिडाना श्रीगंगानगर से डॉक्टर प्रताप सारण एम्स दिल्ली से, डॉक्टर पार्थ सिंह मीणा अजमेर से शिरकत करेंगे।

ये रहेगी आयोजन समिति

ऑर्गनाइजिंग कमेटी के सदस्य है डॉक्टर अच्युत त्रिवेदी, डॉक्टर हरफूल सिंह, डॉक्टर श्रीगोपाल गोयल, डॉक्टर सिद्धार्थ असवाल, डॉक्टर अनना राठी, डॉक्टर राकेश गढ़वाल, डॉक्टर निशान्त चौधरी, डॉक्टर ज्योति चौधरी, डॉक्टर अन्जू ठकराल, डॉक्टर भारती मोहनपुरिया, डॉक्टर राकेश सारवान, डॉक्टर अविनाश झांझड़ियां, डॉक्टर देवानन्द खरोलिया, डॉक्टर कन्हैया कच्छावा, डॉक्टर मुरलीधर स्वामी व समस्त रेजिडेन्ट डॉक्टर्स इस अधिवेशन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभागाएंगे।