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Dengue in Bikaner : एक दिन में 32 रोगी, 400 तक पहुंचा आंकड़ा, 200 रोगी शहर और आस-पास के

  • पीबीएम: डेंगू रोगियों से भरे वार्डों में प्रिंसपल-सुपरिटेंडेंट पहुंचे, बेड बढ़ाये
  • सतर्क हो जाएं: घर-घर बुखार रोगी, सैकड़ों में बीमारी की पुष्टि नहीं, लक्षण डेंगू के

RNE Bikaner.

बीकानेर जिले में एक बार फिर डेंगू का प्रकोप गहराता जा रहा है और हालात विस्फोटक होने के कगार पर पहुंच चुके हैं। बीते 24 घंटे में एक दिन में 32 नए रोगी रिपोर्ट हुए हैं। यह आंकड़ा सिर्फ उन रोगियों का है जो पीबीएम हॉस्पिटल में रिपोर्ट हुए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि इनमें से 32 रोगी बीकानेर जिले के हैं। इससे इतर जिलेभर के सभी निजी-सरकारी हॉस्पिटलों में पहुंच रहे मरीजों की संख्या मिला दी जाएं तो अनुमान है कि हर दिन 100 से ज्यादा लोग डेंगू की चपेट में आ रहे हैं।

आंकड़ा इसलिये सामने नहीं आ रहा क्योंकि पीबीएम के अलावा बाकी सरकारी हॉस्पिटलों में रोगियों की या तो जांच नहीं हो रही या रिपोर्ट को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। रिपोर्टिंग की इस खामी के बावजूद अब तक लगभग 400 रोगी सामने आ चुके हैं। इनमें सबसे ज्यादा लगभग 200 रोगी बीकानेर शहर या आस-पास के यानी बीकानेर ग्रामीण ब्लॉक के हैं।

सीएमएचओ जिलेभर में घूम रहे, टीम को अलर्ट किया:

सीएमएचओ डा. राजेश कुमार गुप्ता का कहना है कि मौसम और बारिश के असर को देखते हुए जितने रोगी रिपोर्ट हो रहे हैं उनकी अपेक्षा पहले से थी। लेकिन उन्होंने पूरे जिले में डॉक्टर्स-स्वास्थ्य अधिकारियों को हाई अलर्ट किया है। खुद हर दिन जिले और शहर के उन हिस्सों में जा रहे हैं जहां ज्यादा रोगी रिपोर्ट हो रहे हैं। इन इलाकों में जहां स्वास्थ्यकर्मियों की ओर से की जा रही एंटी लार्वा गतिविधियां और स्क्रीनिंग का परीक्षण कर रहे हैं वहीं लोगों को भी समझा रहे हैं।

घर-घर घूम रही टीमें:

तिलकनगर इलाके के एक घर में सुबह सूरज की पहली किरण पहुंची तब तक घर के अधिकांश लोग सो रहे थे और दरवाजे पर दस्तक हुई। बाहर आकर देखा तो खड़े लोगों में से एक ने बताया मैं डिप्टी सीएमएचओ लोकेश गुप्ता हूं। आपके यहां बुखार का रोगी कौन है। इसके साथ ही सवाल-जवाब, परिवार वालों की स्क्रीनिंग और घर में जगह-जगह जमा हो रहे मच्छरों को खात्मे की कार्रवाई शुरू हो गई। घरवालों को समझाया, इस तरह खुद ही मच्छरों को खत्म कर लेते तो कोई डेंगू-मलेरिया, चिकुनगुनिया की चपेट में नहीं आता।

यह एक घर की बात नहीं वरन स्वास्थ्य टीमें अलसुबह से देर रात तक घर-घर घूम रही है। शहर से गांव तक उन इलाकों में जा रही हैं जहां डेंगू रोगी रिपोर्ट हो रहे हैं। हर जगह एक ही बात नजर आ रही है, अपने घर का लोग खुद ख्याल नहीं रख रहें। मच्छर पैदा हो रहे हैं उन्हें खत्म नहीं कर रहे। हैरानी की बात यह है कि बार-बार कहने पर भी कूलर तक साफ नहीं कर रहे।

जानिये बीकानेर में अब तक कहां कितने रोगी

  • बीकानेर शहर : 138
  • बीकानेर ग्रामीण : 49
  • नोखा : 31
  • श्रीडूंगरगढ : 11
  • कोलायत : 27
  • लूणकरणसर : 22
  • खाजूवाला : 21
  • इनका ठिकाना नहीं मिला: 63

(कुल 362 रोगी 04 अक्टूबर तक। दो दिन की रिपोर्ट जोड़ने के बाद यह आंकड़ा 400 के पास पहुंच रहा है।)

कहीं पीबीएम में पहुंचने के बाद तो डेंगू नहीं हो रहा:

एक बड़ा सवाल यह भी खड़ा हो रहा है कि ज्यादातर रोगी पीबीएम हॉस्पिटल में रिपोर्ट हो रहे हैं। यहां वार्ड भर गये हैं। बैड कम पड़ रहे हैं। ऐसे में शनिवार रात को प्राचार्य डा.गुंजन सोनी और सुपरिटेंडेंट डा.पी.के.सैनी ने एक साथ हॉस्पिटल का निरीक्षण किया। डेंगू रोगियों के लिए बेड बढ़ाने का निर्णय हुआ। इसके साथ ही प्राचार्य डा.सोनी ने हालात देखकर अनुमान लगाया कि परिसर में जगह-जगह पानी होने से मच्छर हो रहे हैं। इसका समाधान करने के लिए सीएमएचओ को फोन किया। रविवार सुबह डिप्टी सीएमएचओ डा.लोकेश गुप्ता के साथ एक टीम पीबीएम हॉस्पिटल पहुंची और जगह-जगह छिड़काव किया।

कुछ डॉक्टर्स का कहना है, चूंकि यहां पॉजिटिव रोगी रहते हैं। मच्छर भी हैं। ऐसे में मच्छर संक्रमित हो जाते हैं और दूसरे स्वस्थ्य लोगों यानी मरीज के परिजनों, दवाई की कतार मंे खड़े लोगों को काटते हैं। इससे बीमारी स्वस्थ लोगों में फैलने की आशंका रहती है।

दावा : 620 टीमें 09 लाख बार घरों में दे चुकी दस्तक

  • 620 टीमें
  • 20788 गाँव-मोहल्लों में सर्वे।
  • 905033 बार घरों में दस्तक।
  • 42021 घरों में लार्वा मिला।
  • 1985175 कंटेनर जाँचे।
  • 150683 कंटेनर में लार्वा मिले।
  • 152545 कंटेनर को लार्वामुक्त किया।
  • 116243 जगह टेमिफॉस डाला।
  • 123028 जगह एमअलओ डाला।
  • 42907 पानी के पात्रों को खाली करवाया।
  • 3842 स्लाइड ब्लड सैंपल।
  • 119982 पंफलेट बांटे।
  • 255 स्कूलों में स्वास्थ्य शिक्षा।

(रिपोर्ट 01 सितंबर से 05 अक्टूबर तक।)