Rajasthan : चिकित्सा मंत्री खींवसर की हिदायत-रोकथाम में कोई लापरवाही नहीं हो
- कर्मचारी-मानव संसाधन कम हो तो तुरंत लगाएं
RNE Network, Jaipur.
राजस्थान में हालांकि डेंगू का प्रकोप गहराता जा रहा है लेकिन स्वास्थ्य महकमा इस बात पर तसल्ली कर रहा है कि पिछले सालों से इस बीमारी का प्रकोप फिलहाल कम है। चिकित्सा मंत्री की मौजूदगी में हुई समीक्षा मीटिंग में सामने आया कि इस बार 13 अक्टूबर तक प्रदेश में डेंगू के 7226 केस सामने आ चुके हैं। तय प्रोटोकॉल के मानकों के लिहाज से इस बीमारी से 02 मौत हुई है। मीटिंग में सामने आया कि पिछले साल इस अवधि तक 08 हजार से ज्यादा डेंगू मामले रिपोर्ट हो चुके थे। वर्ष 2021 में प्रदेश में 20 हजार से अधिक डेंगू केस रिपोर्ट हुए।
खींवसर बोले, किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं हो :
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा कि विगत दिनों में मौसमी बीमारियों के प्रसार को देखते हुए चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारी एवं कार्मिक पूरी मुस्तैदी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि विभाग के सभी कार्मिक जीवन रक्षा के उद्देश्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए अपनी जिम्मेदारी निभाएं। मौसमी बीमारियों की रोकथाम में किसी स्तर पर लापरवाही नहीं हो।
कर्मचारी नियुक्ति की छूट :
खींवसर सोमवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित बैठक में प्रदेश में मौसमी बीमारियों की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा मौसमी बीमारियों से ग्रसित रोगियों को तत्काल प्रभाव से जांच एवं उपचार उपलब्ध करवाया जाए। किसी चिकित्सा संस्थान में मानव संसाधन की कमी है तो तुरंत प्रभाव से स्वास्थ्यकर्मी नियोजित करें या वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करें।
हर जिले की मॉनिटरिंग :
चिकित्सा मंत्री ने कहा कि राज्य स्तर से अधिकारी सभी जिलों पर नजर बनाए रखें और मौसमी बीमारियों की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग करें। जिन जिलों में केस ज्यादा आ रहे हैं, वहां टीमें एवं संसाधन बढ़ाकर स्थिति को नियंत्रित करें। जांच किट एवं दवाओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। रोगियों को उपचार लेने में किसी तरह की कठिनाई नहीं हो। अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक आवश्यक रूप से उपस्थित रहें।
गायत्री राठौड़ ने बताए आंकड़े :
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि वर्ष 2021 में डेंगू के 20 हजार से अधिक केस सामने आए थे। विगत वर्ष भी 13 अक्टूबर तक 8079 केस डेंगू के सामने आए, जबकि इस वर्ष 7 हजार 226 केस सामने आए हैं और भारत सरकार के प्रोटोकॉल (एलाइजा टेस्ट) के अनुसार डेंगू के कारण 2 मौतें हुई हैं। उन्होंने बताया कि विभाग कुशल प्रबंधन और लगातार मॉनिटरिंग कर समुचित व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर रहा है।
ये रहे मीटिंग में :
बैठक में चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीष कुमार, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. रवि प्रकाश माथुर, अतिरिक्त निदेशक राजपत्रित डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, अतिरिक्त निदेशक ग्रामीण स्वास्थ्य डॉ. प्रवीण असवाल सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।