राहुल जादूसंगत, शिवलाल तेजी सहित समाज नाराज, उठाई यह मांग
- सीवर में तीन युवकों की मौत का मामला
- वाल्मीकि यूथ क्लब ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन
- सवाल : सुप्रीम कोर्ट की रोक फिर भी गटर में क्यों उतारे जा रहे इंसान
RNE Bikaner.
सीकर जिले में तीन युवकों की सीवरेज चैंबर में जहरीली गैस से मौत हो जाने का मामला अब टूल पकड़ता जा रहा है। बीकानेर में बाल्मीकी समाज से जुड़े संगठनों ने इस घटना पर आक्रोश जताया है। पूरे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के साथ ही पीड़ित परिवार को 51-51 लाख रुपए की सहायता और सरकारी नौकरी देने की मांग उठाई गई है।
वाल्मीकि यूथ क्लब के प्रदेशाध्यक्ष राहुल जादूसंगत ने सवाल उठाया कि सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद भी इंसानों को गटर में क्यों उतर जा रहा है? प्रशासन कब सबक लेगा?
सफाई कर्मचारी नेता शिवलाल तेजी, प्रदेश महासचिव वाल्मीकि यूथ क्लब सुनिल चांवरिया, शहर अध्यक्ष साजन जावा ने बताया कि 20 फुट गहरे चेंबर में मुकेश, महेंद्र व सज्जन का जहरीली गैस से दम घुट गया। मृतक के परिवारजनों की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है। तीनों मृतक के परिवार जनों को सरकारी लाभ व उनके बच्चों और परिवार जनों में से एक जने को सरकारी नौकरी दी जाए।
वाल्मीकि यूथ क्लब के सोनू बारासा, सौहार्द वाल्मीकि, तरुण पंडित,राहुल बिवांल, विजय पंडित, तुलसीराम चांवरिया, राकेश पंडित अजय सरवटे आदि ने सीएम को भेजे ज्ञापन में आर्थिक सहयोग की मांग भी उठाई है।