Bikaner : गली-गली फैले नशे के कारोबार के खिलाफ युवा नेताओं ने भरी हुंकार
- भगवानसिंह मेड़तिया, वेद व्यास, श्यामसिंह हाडला जैसे युवाओं ने नशे के खिलाफ जंग का ऐलान किया
- बीकानेर में हजारों परिवारों के दर्द पर हमदर्दी का हाथ
RNE Bikaner.
कुछ दिन पहले एक तस्वीर सामने आई जिसमें युवा नेता श्यामसिंह हाडला मोहल्ले के लोगों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। इस मीटिंग में हर घर के लोग नशाखोरी और नशे के तस्करों से परेशान नजर आए। कहा, नशे से मुक्ति की लड़ाई में सब साथ है। इसके बाद बुजुर्ग, बच्चे, महिलाएं एक साथ नशे के खिलाफ सड़क पर नजर आए।
इसी कड़ी में आज एक और बड़ी पहल सामने आई है। भाजपा नेता भगवानसिंह मेड़तिया, भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष वेद व्यास, जसराज सींवर आदि ने ऐलान किया, नशे को रोकने के लिए सड़क पर उतरेंगे। इसके शुरुआत सोमवार को एसपी को ज्ञापन देकर की जाएगी।
दरअसल इस घोषणा से ही इन युवा नेताओं ने बीकानेर के हजारों घरों में उम्मीद जगा दी। वजह, कमोबेश सभी लोग जानते हैं कि बीकानेर नशा तस्करों की गिरफ्त में आता जा रहा है। युवाओं को चिट्टा, स्मैक, अफीम, गांजा एवं इससे भी ज्यादा खतरनाक और जानलेवा नशा सप्लाई किया जा रहा है। ऐसे में नशे के खिलाफ यह जंग अगर चुनावी राजनीति का हिस्सा न होकर ठोस लड़ाई हुई तो इस वक्त का सबसे बड़ा सकारात्मक आंदोलन होगा।
पुलिस को भी जिम्मेदार बताया मेड़तिया ने :
भगवान सिंह मेड़तिया ने कहा कि नशे के बढ़ते कारोबार के लिए पुलिस प्रशासन भी दोषी है। शहर के पुलिस थानों में लम्बे समय से एक ही स्टाफ रहने के कारण उन्हें हर किसी की जानकारी होती है। लेकिन, वह उन पर कोई कार्यवाही नहीं करते हैं। बल्कि कुछ तो बंदी के खेल में भी शामिल हैं, जिनकी वजह से नशा बेचने वालों के हौसले बुलंद है। हमारी मांग रहेगी कि ऐसे लम्बे समय से एक ही जगह पर जमा पुलिस कर्मियों का स्थानान्तरण किया जाए।
वेद व्यास ने नशे के अड्डों का जिक्र किया :
वेद व्यास ने बताया कि मुक्ताप्रसाद, नत्थूसर गेट, ओडों का बास, भाटों का बास, गोचर भूमि, शहर की बगेचियां, खाली मैदान युवाओं के नशे का अड्डा बनकर रह गए हैं। हालात यह है कि स्कूल के बच्चों और बच्चियों को भी इसकी गिरफ्त में लिया जा रहा है। नशे के कारोबार पर प्रभावी अंकुश के लिए जन जागरण का अभियान चलाया जाएगा और यह बगैर किसी राजनीतिक दल के, सभी वर्ग के लोगों को साथ जोडक़र चलाया जाएगा। हमारा उद्देश्य है कि हमारा धार्मिक,सांस्कृतिक और सामाजिक संस्कृति के लिए प्रसिद्ध शहर नशे का नगर के नाम से जाना- पहचाना ना जाए। इसके लिए हमें शहर के प्रत्येक नागरिक का सहयोग चाहिए।
ये रहे साथ :
पत्रकारों से बातचीत में मानसिक रोग एवं नशा मुक्ति विशेषज्ञ डॉ. सिद्धार्थ असवाल ने नशा करने के वैज्ञानिक कारणों से अवगत कराते हुए, इसके उन्मूलन के बारे में विस्तार से बताया। वार्ता में जसराज सींवर, बजरंग तंवर, संतोष पुरोहित,भवानी पाईवाल,भव्य भाटी,शुभम भोजकआदि मौजूद थे।