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Vigilance Awareness : साहित्य अकादमी के कर्मचारियों को सीख, छोटे-छोटे लालच से ऐसे बचें

  • साहित्य अकादेमी में सतर्कता जागरूकता सप्ताह संपन्न
  • IPS, कवि तेजिंदर सिंह लूथरा ने दिया वक्तव्य

RNE Network, New Delhi.

साहित्य अकादेमी द्वारा मनाए जा रहे सतर्कता जागरुकता अभियान का समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में प्रख्यात कवि एवं भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी तेजिंदर सिंह लूथरा ने अपना वक्तव्य दिया। साहित्य अकादेमी के कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में दूर-दृष्टि की नीति अपनाकर हम छोटे-छोटे लालचों से बच सकते हैं।

इस संबंध में उन्होंने कई उदाहरण देते हुए संस्कृत की उस प्रसिद्ध उक्ति को लक्षित किया, जिसमें कहा गया है कि त्याग की भावना होने पर ही हम भोग का लाभ उठा सकते हैं। इस अवसर पर अकादेमी के कर्मचारियों ने भी भष्ट्राचार निवारण पर अपने विचार प्रस्तुत किए तथा उनसे कुछ जिज्ञासाएँ भी कीं।

कार्यक्रम के आरंभ में साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने अतिथि का स्वागत उत्तरीय एवं साहित्य अकादेमी की पुस्तक भेंट करके किया। अपने धन्यवाद ज्ञापन में उन्होंने कहा कि सभी कर्मचारियों को अपनी जिम्मेदारियाँ सत्यनिष्ठा से निभानी चाहिए।

ज्ञात हो कि सतर्कता जागरूकता अभियान की शुरुआत 31 अक्तूबर 2024 को राष्ट्रीय एकता दिवस पर शपथ ग्रहण समारोह के साथ हुई थी। साहित्य अकादेमी के कर्मचारियों को यह शपथ अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव द्वारा राष्ट्र की सुरक्षा, एकता और अखंडता सुनिश्चित करने के लिए दिलाई गई थी। कार्यक्रम का संचालन अकादेमी के उपसचिव देवेंद्र कुमार देवेश ने किया।