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Rajasthan Education : शिक्षकों की मीटिंग में गुहार, मांगें पूरी करो सरकार

RNE Bikaner.

राजस्थान के शिक्षक तबादलों, प्रमोशन, पदों की स्वीकृति, नियुक्ति आदि से जुड़े बीसियों मुद्दों पर सरकार से सकारात्मक निर्णय की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को एक बार फिर शिक्षकों की मीटिंग में ये मुद्दे उठे और जल्द समाधान की मांग सरकार से की गई। तय किया इन मुद्दों को लेकर फिर से सरकार को रिमाइंडर मांग-पत्र भेजा जाएगा।

दरअसल यह मीटिंग शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) की ओर से बुलाई गई थी। जिलाध्यक्ष मोहनलाल भादू की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में संगठन की जिला कार्यकारिणी, उपशाखा अध्यक्ष, मंत्रियों, प्रदेश पदाधिकारियों आदि की भागीदारी रही। मीटिंग में प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य, प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे।

यह बोले शिक्षक नेता :

संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य ने शिक्षक पदाधिकारियों से टीम भावना के साथ आगे बढ़ते हुए कार्य करने का आव्हान किया। प्रदेश उपाध्यक्ष ओमप्रकाश विश्नोई ने कहा कि संगठनात्मक कार्यक्रमों में सामान्य सदस्यों की भी सक्रिय भागीदारी रहे इस ओर प्रयास कर जोडना चाहिए।

मंडल सयुक्त मंत्री ओमप्रकाश रोडा ने कहा कि पदाधिकारी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व से संगठन की साख समाज में बढ़ती है। इसलिए प्रत्येक पदाधिकारी अपने आचरण के साथ साथ सक्रियता से शिक्षकों के बीच समय समय पर प्रवास के माध्यम से सम्पर्क करे तभी नये कार्यकर्ताओं का निर्माण हो सकेगा।

अति. जिलामंत्री मौहम्मद फैसल ने बताया कि बैठक में संगठनात्मक विषयों के साथ विभिन्न कार्यक्रमों महिला समूह बैठक, सभागीय अभ्यास वर्ग आयोजित करने, कर्तव्य बोध दिवस सहित अनेक विषयों पर चर्चा की गयी।

इन मुद्दों पर चर्चा :

  • तृतीय श्रेणी से वरिष्ठ अध्यापक तथा वरिष्ठ अध्यापक से व्याख्याता पद की गत 4 सत्र की बकाया पदोन्नति हो।
  • प्राचार्य, उपप्राचार्य डीपीसी हेतु माननीय न्यायालय में गम्भीरता से विभागीय पक्ष रखते हुए निर्णय हेतु प्रयास करें।
  • सम्पूर्ण सेवाकाल में न्यूनतम 03 पदोन्नति मिलें।
  • एसीपी हेतु एसीआर बार-बार मागने की पृवति पर रोक लगे।
  • बकाया अवकाश / एसीपी / एमएसीपी / विभागीय जाँच प्रकरण की स्वीकृति हेतु समय सीमा निर्धारित करें।
  • तृतीय श्रेणी सहित समस्त सवंर्ग के स्थानान्तरण करवाएँ।
  • नवकमोन्नत विद्यालयो में पदों की वितीय स्वीकृति जारी हो।
  • 31दिसम्बर के बाद नियुक्त को ग्रीष्मावकाश का बकाया वेतन भुगतान हेतु एक सामान्य आदेश जारी करें।
  • परीक्षा परिणाम न्यून रहने की स्थिति में आगे-पीछे के परीक्षा परिणाम को देखकर एवं ड्राप आउट के विभागीय जांच के प्रकरणों में शिथिलन प्रदान करते हुए प्रकरणों का निस्तारण करवाएँ।
  • शारीरिक शिक्षकों हेतु नामाकंन 105 की शर्त विलोपित करें।
  • उच्च माध्यमिक विद्यालयों में द्वितीय श्रेणी व प्रथम श्रेणी के शारीरिक शिक्षक पद दें।
  • कुक कम हैल्पर का बकाया भुगतान हो।
  • पोषाहार का बकाया भुगतान करते हुए अग्रिम राशि दें।


ये मांगें भी उठाई :

सामाजिक ज्ञान, वाणिज्य, गृहविज्ञान, चित्रकला, उधोग शिक्षकों की पदोन्नति हेतु हैड टीचर पद देने अथवा उप्रावि में प्रधानाध्यापक का सामान्य पद करें। कमोन्नति उपरान्त प्रारम्भिक शिक्षा के शिक्षकों का समायोजन करवाएँ। गैर शैक्षणिक कार्यों पर रोक लगाने बीएलओ से शिक्षको को मुक्त करें। पीईइओ प्रभार वाले विद्यालयो में उपप्रधानाचार्य पद स्वीकृत करें। शिक्षा अधिकारियो व शिक्षकों के रिक्त पद भरें। बकाया स्थायीकरण की स्वीकृति जारी करें। प्रबोधको, शारीरिक शिक्षकों, प्रयोगशाला सहायक एवं पुस्तकालयध्यक्ष को सम्पूर्ण सेवाकाल में न्यूनतम तीन पदोन्नति करते हुए माँग का निस्तारण करवाएँ।

ये रहे मौजूद :

बैठक में जिला संगठन मंत्री लेखराम गोदारा, महावीर धतरवाल, महेश छीपा, कैलाशदान, जगदीश मण्डा, अमित गुरिया, दिनेश आचार्य, महेश छींपा, विनोद पुनिया, मौहम्मद रमजान, रामलाल सियाग, अलसीराम विश्नाई, चन्द्रकला भादाणी, सुनीता खीचड, उमा सुथार सहित विभिन्न पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे।