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Bihar : इंजन और बोगी के बीच दब गया शंटिंग मेन, दर्दनाक मौत, रेल पायलट मौके से भागा!

  • रेलवे पर आरोप : इंजन-बोगी को अलग करने चार कर्मियों की जरूरत होती है, ड्राइवर के साथ एक ही आदमी लगाया

RNE Network.

रेलवे स्टेशन पर शंटिंग के दौरान इंजन और बोगी को अलग करते हुए ऐसी जबर्दस्त लापरवाही हुई कि शंटिंग मेन बोगी और इंजन के बीच दब गया और खड़े-खड़े कुछ सैकंड में ही उसके प्राण-पखेरू उड़ गए।

घटना बिहार के सोनपुर मंडल में बरौनी जंक्शन की है। यहां प्लेटफॉर्म संख्या 05 पर गाड़ी संख्या 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस की शंटिंग के दौरान रेलकर्मी की दर्दनाक मौत हो गई। मामले में रेलवे पर बड़ी लापरवाही का आरोप लगाया जा रहा है। घटना को लेकर रेलवे यूनियन और परिजनों में काफी आक्रोश है। सोनपुर डीआरएम विवेक भूषण भी बरौनी जंक्शन घटना स्थल पर पहुंचकर पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं। घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई है। मौत के लगभग दो घंटे बाद शव को इंजन और बोगी के बीच से निकाला जा सका।

मृतक कौन, कैसे हुई घटना :

मृतक रेलवे कर्मचारी की पहचान शंटिगमैन अमर कुमार राउत के रूप में हुई है। बताया जाता है कि 15204 लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर पांच पर आई थी। पैसेंजर उतर जाने के बाद ट्रेन को शंटिंग में ले जाने के लिए इंजन बदला जाना था। इंजन को बदलने की प्रक्रिया करने के लिए शंटिगमैन अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच पहुंचकर कपलिंग खोल रहे थे। इसी दौरान इंजन के बैक किए जाने पर वो दब गए।

ड्राइवर भाग गया, इसलिए शव भी नहीं निकाला जा सका :

रेल कर्मी दबने के बाद प्लेटफार्म पर मौजूद लोगों ने जब हल्ला किया तो ड्राइवर इंजन को आगे करने के बदले इंजन पर से उतरकर भाग गया। इससे लगभग दो घंटे तक शव बोगी और इंजन के बीच दबा रहा। मौके पर बड़ी संख्या में रेलवे कर्मचारी और बरौनी रेलवे कॉलोनी में रह रहे मृतक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। यूनियन का आरोप है कि रेल इंजन और बोगी को अलग करने के लिए चार कर्मियों की जरूरत होती है,लेकिन यहां ड्राइवर और एक रेल कर्मी के सहारे यह कार्य कराया जा रहा था जिस वजह से यह बड़ी घटना घटी है।