खुदरा के बाद थोक महंगाई भी बढ़ी, आम आदमी की थाली महंगी हुई
RNE Network
खुदरा महंगाई दर अक्टूबर में 14 महीनें की ऊंचाई पर पहुंचने के बाद पिछले महीने थोक महंगाई दर भी 4 माह की ऊंचाई पर पहुंच गई। थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति अक्टूबर में 2.36 प्रतिशत बढ़ी।
खाद्य वस्तुओं खासकर सब्जियों और विनिर्मित वस्तुओं के दाम में बढ़ोतरी इसकी मुख्य वजह रही। खाद्य वस्तुओं की थोक अक्टूबर में 13.54 प्रतिशत बढ़ी जो सितम्बर में 11.53 प्रतिशत बढ़ी थी। सब्जियों की थोक महंगाई में 63.04 प्रतिशत का इजाफा हुआ। आलू के थोक भाव एक साल में 78 प्रतिशत तो प्याज के 39 प्रतिशत बढ़ गए। खुदरा और थोक महंगाई बढ़ने से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद धूमिल हो गई है।