Sudden Heart Attack पर कोविड वेक्सीन को लेकर आई ये रिपोर्ट, जे.पी. नड्डा ने सदन को बताई!
RNE Special Desk.
पुणे के 30 वर्षीय पहलवान विक्रम पारखी की बीते सप्ताह जिम में एक्सरसाइज करते हुए हार्ट अटैक से मौत हो गई। विक्रम आज जिंदा होते तो दूल्हे के लिबास में होते। उनकी शादी कल यानी 12 दिसंबर 2024 को होने वाली थी। अकेले विक्रम नहीं वरन अभिनेता राजू श्रीवास्तव, टीवी एक्टर सिद्धांत सूर्यवंशी जैसे सेलेब्रिटी सहित ऐसे लोगों की लंबी फेहरिस्त हैं जो पिछले दो-तीन सालों में जिम में वर्कआउट करते हुए अचानक Heart Attack का शिकार हो गए।
इतना ही नहीं बहिन की शादी में हल्दी प्रोग्राम के दौरान डांस करती युवती सहित कई मौतें डांस करते भी हुई हैं। ऐसे में बार-बार इन मौतों को कोविड या उसके वेक्सीनेशन से भी जोड़ा जा रहा है। इसके विपरीत अब एक शोध रिपोर्ट आई है जिसमें स्पष्ट कहा गया है की ऐसी मौतें की वजह कोविड वेक्सीन नहीं है। राज्य सभा में नेता जे.पी.नड्डा ने ये रिपोर्ट बताई है।
ICMR की स्टडी, सदन में जे.पी.नड्डा ने बताई :
जेपी नड्डा ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि अचानक हो रही मौतों की वजह कोविड वैक्सीन नहीं है। उन्होंने राज्यसभा में ICMR की रिसर्च रिपोर्ट भी पेश की जिसमें दावा किया गया है कि भारत में हार्ट अटैक से हो रही मौत के पीछे कोविड वैक्सीन लगवाना नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा ने कहा कि वास्तव में आईसीएमआर की इस स्टडी से पता चलता है कि कोरोना वैक्सीन से ऐसी मौतों की आशंका कम होती है।
कैसी स्टडी, क्या निष्कर्ष :
ICMR ने 19 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 47 अस्पतालों में स्टडी की। रिसर्च के दौरान 729 ऐसे मामले बतौर सैंपल लिए गए, जिनकी अचानक मृत्यु हो गई थी। निष्कर्षों से पता चला कि कोविड-19 वैक्सीन की कम से कम एक खुराक या दो खुराक लेने से, बिना किसी कारण के अचानक मृत्यु की संभावना काफी कम हो जाती है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि वैक्सीनेशन के साइड इफेक्ट्स को ट्रैक करने के लिए एडवर्स इवेंट फॉलोविंग इम्यूनाइजेशन (AEFI) नाम से एक मजबूत सर्विलांस सिस्टम बनाया गया है।