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बी.आई.आर.सी की नवाचार प्रक्रिया को सराहना मिली, कानपुर में अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में सम्मानित

RNE Bikaner.

चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय और आईएससीए द्वारा आयोजित “बेस्ट प्रैक्टिस” की प्रथम कॉन्फ्रेंस में राजकीय डूंगर महाविद्यालय, बीकानेर को प्रथम संस्थागत अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह कॉन्फ्रेंस चंद्रशेखर आजाद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आनंद कुमार सिंह की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें डॉ. ए.के. वर्मा और नेपाल के प्रो. एस. श्रेष्ठ विशिष्ट अतिथि थे।

डूंगर महाविद्यालय की “बेस्ट प्रैक्टिस” के रूप में बी.आई.आर.सी. (बीकानेर इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च सेंटर) की सामूहिक चर्चा प्रक्रिया को सराहा गया, जिसमें विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ सामूहिक प्रयास से निष्कर्ष तक पहुंचते हैं। इस नवाचार को व्यापक प्रशंसा मिली।

डूंगर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेंद्र पुरोहित ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह महाविद्यालय की प्रतिष्ठा में एक और मील का पत्थर साबित होगा। साथ ही, उन्होंने महाविद्यालय के सभी शिक्षकों और शोधकर्ताओं को इस सफलता के लिए बधाई दी।

इस अवसर पर डॉ. चंद्रशेखर कच्छवाहा, डॉ. विक्रमजीत, डॉ. दिव्या जोशी, डॉ. राजा राम, जीसीआरसी प्रभारी डॉ. हेमेंद्र भंडारी और डॉ. जाटोलिया उपस्थित थे। इस अवॉर्ड को अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस के दौरान बी.आई.आर.सी के संस्थापक निदेशक डॉ. नरेंद्र भोजक को सौंपा गया। डॉ. भोजक इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।