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Nagaur : सुनारी में बंगाली कारीगरों की बढ़ती तादाद और सोना चोरी के घटनाओं से डरे सुनार समाज की प्रशासन से गुहार!

RNE Nagaur.

राजस्थान के पारंपरिक स्वर्ण नक्काशी के काम में लगातार बढ़ रही परदेशी कारीगरों की संख्या और इसके साथ ही सोना लेकर फरार होने के घटनाओं के चलते सुनार समाज में भय व्याप्त होने लगा है। ऐसे में अब स्वर्णकार समाज के लोग पुलिस-प्रशासन से इन कारीगरों के वेरिफिकेशन की गुहार कर रहे हैं। इसी कड़ी में गुरुवार को नागौर में श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के प्रतिनिधियों ने एसपी से मिलकर ज्ञापन दिया।


400 से 500 बाहरी कारीगर :

श्री मैढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज के बैनरतले ज्ञापन देने पहुंचे प्रतिनिधियों ने बताया की नागौर में स्वर्णकार काफी संख्या में रहते हैं। सोने पर कारीगरी का काम करते हैं। पिछले कुछ सालों में 40 से 50 बंगाली कारीगर भी यहाँ आकार कम करने लगे। अब अचानक इनकी संख्या तेजी से बढ़ी है। माना जा रहा है कि बंगाली के नाम पर 400 से 500 कारीगर नागौर शहर और आस-पास बस गए हैं और सोने का कम करने लगे हैं।


कौन हैं, पता लगाने की जरूरत :

स्वर्णकार समाज के प्रतिनिधियों के कहना है, देशभर में बांग्लादेश से आए रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा छाया है। ऐसे में बड़ी तादाद में बंगाली के नाम पर जुटे कारीगरों की पहचान की जानी चाहिए। सामाजिक प्रतिनिधियों ने सभी बाहरी कारीगरों का वेरिफिकेशन करने की जरूरत जताई। बताया जाता है कि कुछ दिनों में सोना लेकर फरार होने की घटनाएं भी हुई हैं।