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Rajasthan : थप्पड़ खाने वाले SDM यूपीएससी पास, इंटरव्यू क्लीयर करते ही बनेंगे IAS

RNE Network, Jaipur.

अफसरों के पीटने वाले नेताओं से जुड़े दो मामलों में से एक में जहां नेता को कोर्ट से राहत मिली है वहीं दूसरे को जमानत से इनकार कर दिया गया है। इस बीच नेता के हाथ पिटने वाले एक अधिकारी ने यूपीएससी मैंस परीक्षा पास की है। ऐसे में अब इंटरव्यू क्लियर होता है तो ये अधिकारी IAS बन जाएंगे।

SDM Amit Choudhary सिविल सर्विस एग्जाम क्लियर किया :

विधानसभा उपचुनाव में थप्पड़कांड से चर्चित एसडीएम अमित चौधरी संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सर्विसेज मेन परीक्षा पास कर इंटरव्यू के लिए क्वलिफाई हो गए हैं। इंटरव्यू के बाद मेरिट लिस्ट में आए तो वे आईएएस बन सकते हैं। 2019 बैच के आरएएस अफसर अमित चौधरी ने दूसरी बार सिविल सर्विसेज मेन परीक्षा पास की है। 2023 में भी उन्होंने इंटरव्यू के लिए क्वालिफाई किया था।

नरेश मीणा की जमानत खारिज :

एसडीएम अमित चाैधरी को थप्पड़ मारने के मामले में नरेश मीणा की जमानत याचिका खारिज हो चुकी है। उनियारा ACJM कोर्ट ने जमानत खारिज करने पर फैसला दिया है। नरेश मीणा अब हायर कोर्ट में जमानत याचिका लगाने की तैयारी कर रहे हैं। फिलहाल वे जेल में ही रहेंगे।

 

गौरतलब है कि 13 नवंबर को देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावता (टोंक) गांव में उपचुनाव में वोटिंग का बहिष्कार किया गया था। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ग्रामीणों के साथ धरने पर थे। इसी दौरान नरेश मीणा ने SDM अमित चौधरी समेत अन्य अधिकारियों पर जबरन मतदान करवाने का आरोप लगाया। नरेश मीणा ने पोलिंग बूथ में घुसने की कोशिश की तो SDM अमित चौधरी ने उन्हें रोका। इसके बाद नरेश ने तैश में आकर उन्हें थप्पड़ मार दिया।

बीजेपी नेता गिर्राज मलिंगा को सुप्रीम कोर्ट से जमानत :

बीजेपी नेता और पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। जस्टिस एमएम सुंदरेश और जस्टिस अरविंद कुमार की पीठ ने मलिंगा को जमानत दी है। सुप्रीम कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट को जमानत की शर्तें तय करने के लिए कहा है।

राज्य सरकार की ओर से अतिरिक्त महाधिवक्ता शिव मंगल शर्मा ने जमानत का विरोध करते हुए कहा कि आरोपी पर गंभीर आरोप है। दरअसल, गिर्राज सिंह मलिंगा पर विधायक रहते हुए बिजली विभाग के AEN और JEN पर हमले का आरोप है। मामले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मलिंगा ने 20 नवंबर को धौलपुर जिले के एससी-एसटी कोर्ट में सरेंडर किया था। 20 नवंबर को एससी-एसटी कोर्ट में सरेंडर के बाद गिर्राज मलिंगा को पुलिस कोतवाली थाने तक पैदल लेकर गई थी।