Bikaner to Jagannathpuri : देश के एक से दूसरे छोर तक 2800 किमी की पदयात्रा पर रवाना हुए वरिष्ठजन
RNE Bikaner.
पाकिस्तान सीमा पर बसा राजस्थान का बीकानेर और देश की समुद्री सीमा वाला उड़ीसा का जगन्नाथपुरीधाम। सीधे तौर पर जमीनी रास्ते से देखें तो इन दोनों के बीच लगभग 2800 किमी की दूरी। क्या यह दूरी कोई पैदल तय कर सकता है। वह भी वरिष्ठ नागरिक? इस सवाल का जवाब आसान नहीं है लेकिन बीकानेर से रविवार को रवाना हुए पदयात्रियों के उत्साह को देखें तो जवाब होगा कि वरिष्ठ उम्र वालों का यह जत्था देश के एक सीमा से दूसरी सीमा तक की यह दूरी तय समय में आसानी से पूरी कर लेगा।
कैसी यात्रा, कौन यात्री :
दरअसल रविवार को बीकानेर से जगन्नाथपुरी के लिए पैदल जत्था रवाना हुआ जिसमें वरिष्ठ लोग शामिल हैं। इनमें महिला सदस्य के साथ ही सबसे कम उम्र वाली संभवतया अकेली कविताअग्रवाल हैं जो अपने पति केदार अग्रवाल के साथ यात्रा के लिए रवाना हुई है। बीकानेर से जगन्नाथ पुरी गंगासागर सीनियर सिटीजन पैदल यात्रा पारीक चौक भैरूं कुटिया से रवाना हुई। लगभग 90 दिन की ये यात्रा होगी।
इसमें कुछ यात्री ऐसे भी हैं जो लगातार 8वीं बार इतनी लंबी पदयात्रा कर रहे हैं। धनराज तिवाडी की नेतृत्व में रवाना हुई पैदल यात्रा में पूनमचंद भाटी, बाबूलाल जी, संग्राम जी, जगदीश जी उर्फ लाल बाबा, गिरधारी जी, रवि जी, केदार जी सुथार, कमल जी अग्रवाल, पुरूषोत्तम उपाध्याय, मोहन जी कुम्हार, केदार जी अग्रवाल उनकी पत्नी सावित्री अग्रवाल, बाड़मेर के यात्री नारायण जी सोनी, केदार जी सोनी, कुम्भा राम जी सोनी शामिल हैं।
पुष्कर, उज्जैन, गंगासागर होते हुए जगन्नाथपुरी :
बीकानेर से रवाना हुए पदयात्री देशनोक, पुष्कर जी, साँवरिया सेठ, महाकाल उज्जैन, काल भेरू, ओंकारेश्वर महादेव, गंगासागर होते हुए जगन्नाथ पुरी पहुंचेंगे। यह यात्रा लगभग 90 दिन यानी 03 महीनों में पूरी होगी। यात्रा के दौरान सेवादार के तौर पर मनोज, महेंद्र, कैलाश, रघु स्वरूप आदि moujud रहेंगे। रविवार को पदयात्रियों का बीकानेर शहर में जगह-जगह स्वागत हुआ। इस दौरान पंडित बृज रतन शर्मा, पार्षद सुशील व्यास, अजय सिंह, विप्र फाउंडेशन के प्रदेश सचिव नारायण पारीक, श्री नारायण अचार्य, मनोज व्यास, संजीव, सुरेंदर डागा, मोहन लाल तिवाडी, राजू सिंह आदि मौजूद रहे।