मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन: संगीत जगत में शोक की लहर
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सैन फ्रांसिस्को, 15 दिसंबर: भारतीय शास्त्रीय संगीत के विश्व प्रसिद्ध तबला वादक और म्यूजिक कंपोजर उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने सैन फ्रांसिस्को में आखिरी सांस ली। जानकारी के अनुसार, पिछले कुछ समय से वे दिल की बीमारी से जूझ रहे थे और उनका इलाज चल रहा था। उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
संगीत के क्षेत्र में उनकी अद्वितीय यात्रा
9 मार्च 1951 को जन्मे जाकिर हुसैन ने अपने पिता, प्रसिद्ध तबला वादक उस्ताद अल्लाह रक्खा कुरैशी के संरक्षण में संगीत का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने महज 11 साल की उम्र में अमेरिका में अपना पहला कॉन्सर्ट किया और तबले की दुनिया में अपनी पहचान बनाई। जाकिर हुसैन ने अपने करियर में तीन ग्रैमी पुरस्कार जीते और उन्हें भारत सरकार ने पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण से सम्मानित किया।
फिल्मों में भी किया था काम
जाकिर हुसैन ने संगीत के अलावा फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी। उन्होंने 1983 में शशि कपूर के साथ ब्रिटिश फिल्म हीट एंड डस्ट से एक्टिंग डेब्यू किया। इसके बाद वह 1998 की फिल्म साज में भी नजर आए, जिसमें उनकी सह-कलाकार शबाना आज़मी थीं।
अमेरिका और विश्व में प्रतिष्ठा
जाकिर हुसैन भारतीय शास्त्रीय संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ले गए। वर्ष 2016 में, उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऑल स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया था। वे इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले पहले भारतीय संगीतकार थे।
पारिवारिक जीवन
उनकी पत्नी एंटोनिया मिनेकोला, एक कथक डांसर और उनकी मैनेजर थीं। उनकी दो बेटियां हैं, जो इस दुखद घड़ी में परिवार के साथ खड़ी हैं।
संगीत जगत में शोक
उस्ताद जाकिर हुसैन के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। दिग्गज संगीतकारों और प्रशंसकों ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनका योगदान सदैव याद किया जाएगा।